24 घंटे में सिर्फ 210 मिनट का दुर्लभ संयोग, इस समय करेंगे शिवरात्रि की पूजा

दीपक पाण्डेय/खरगोन. 8 मार्च 2024 को महाशिवरात्रि आ रही है. इस बार 300 वर्षो के बाद एक अद्भुद संयोग बन रहा है. इस दिन भगवान शिव का व्रत रखकर जागरण करें. इसके साथ ही मंत्र जाप और रात्रि में पूजन करने से भगवान की कृपा बरसेगी और दुगना फल मिलेगा. ज्योतिषशास्त्र में इस दिन दान करने और पूजन का भी विधान बताया गया है.

ज्योतिषाचार्य पंडित डॉ. बसंत सोनी ने कहा कि शिवरात्रि के दिन 300 वर्षों के बाद यें शुभ योग आया है. इस दिन कुंभ लग्न की पत्रिका बन रही है, जिसमें त्रिगही योग बन रहा है. इसमें सर्वार्थ सिद्ध योग, शिव योग के साथ सिद्ध योग देखा जा रहा है. सौभाग्य से शिवभक्तो को अनेक प्रकार के कष्टों से मुक्ति पाने का यह सबसे अच्छा अवसर माना गया है. जिस व्यक्ति को पितृ दोष है. वह तिल का दान करें. इससे कुंडली में पितृ दोष शांति के योग बनेंगे.

दोष निवारण के उपाय
वहीं जिस किसी के परिवार में बंधन दोष, नारायण नाग बली का दोष, काल सर्प दोष तथा पारिवारिक विवाद है. तो वें दूध और दूध से बनी हुई चीजों का प्रसाद चढ़ाकर दूध से अभिषेक करेंगे तो दोष से मुक्ति मिलेगी. इसके अलाव आर्थिक रूप से कमजोर है, कर्ज से घिरे है या फिर संतान से संबंधित कोई समस्या है तो शिवजी का केसर युक्त दूध से अभिषेक करने से समस्या से छुटकारा पा सकते है.

किस समय पूजन करना है सही
महाशिवरात्रि के दिन रात के समय पूजन का अत्यधिक महत्व रहता है. पंचांग के अनुसार शाम 6 बजे से रात 9:28 बजे के बीच पूजा का विधान बताया गया है. शिवजी को प्रसन्न करने के लिए बिलपत्र, भांग, धतूरा एवं पूरी रात शिव का जाप करके केसर युक्त खीर का प्रसाद ज्यादा से ज्यादा लोगों में बांटने से सामान्य व्यक्ति भी लाभ ले पाएगा. यह ध्यान रखें की जितनी खीर बांटेंगे उतना लाभ कुंडली में प्राप्त होगा.

सिद्धियां प्राप्त करने का अच्छा समय
कुंडली के अनुसार बुध के साथ राहु बैठने से इस दिन अनेक प्रकार की सिद्धियां प्राप्त कर सकते है. विशेष सिद्धियां प्राप्त करने के लिए रात्रि में अमृत काल के चौघड़िए में पूजा करने से सभी प्रकार का लाभ प्राप्त होगा. लेकिन ध्यान रहे पूजा रात में ही करना है दिन में नहीं.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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