23 की मौत: सांसें थमीं देख राहत में जुटे लोगों के पैर कांपे, एक के बाद एक निकलीं लाशें; लोग बोले- भयंकर…

Kasganj accident Eyewitnesses says accident was quite terrible

Kasganj accident
– फोटो : अमर उजाला

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शनिवार की सुबह कासगंज में दरियावगंज-पटियाली की ओर जाते समय ककराला के आदर्श तालाब से अचानक चीत्कार की आवाज लोगों को सुनाई दी। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक साधु की मढ़ी थी। उन्हें तत्काल इस हादसे की जानकारी हुई। तुरंत ही ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिरती देख साधु दौड़ पड़े और राहगीरों को रोककर राहत के कार्य में जुटाया। 

कुछ राहगीर तो खुद रुक गए और कुछ रोके गए। इसी बीच कुछ पुलिसकर्मी भी निकले। घटना के दस मिनट के अंदर ही बचाव का कार्य शुरू हो गया। तालाब में पलटी हुई ट्रॉली को उठाने के लिए लोगों को खासी कवायद करनी पड़ी। जब ट्रॉली नहीं उठी तो अन्य लोग बुलाए गए। 

ट्रॉली उठने के बाद ही राहत का कार्य शुरू हुआ। लोगों को लगा कि उनके प्रयास कुछ जिंदगियों को बचा पाएंगे, लेकिन एक के बाद एक बच्चे, महिलाओं को लोगों ने उठाया तो उसमें ज्यादातर की सांसें थमी नजर आ रहीं थीं। कुछ ही लोग ऐसे निकले जिनमें थोड़ी चेतना थी। ज्यादातर लोग सांसें थमते ही निढाल हो चुके थे। 

मौके पर पहुंचीं एंबुलेंस से जल्दी जल्दी सभी को पटियाली के स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। राहत कार्य में जो पुलिसकर्मी व ग्रामीण जुटे हुए थे उनके भी पैर लोगों की थमी सांसें देखकर कांपने लगे। क्योंकि उन्हें इस बात का एहसास नहीं था। वे तो लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिश में जुटे थे।

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