
नवजात बच्ची
– फोटो : प्रतीकात्मक
विस्तार
अयोध्या में श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह व सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग में जिला महिला चिकित्सालय में रात 12 बजे से 22 जनवरी शाम सात बजे तक कुल 32 बच्चों की किलकारी गूंजी। इसमें 17 बालक व 15 बालिकाएं थीं। इससे बच्चों के माता-पिता के साथ ही परिजन भी बेहद खुश हुए। इस खुशी में उन्होंने मिठाई का वितरण किया। निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चों की संख्या 100 से अधिक रही। इसके लिए कुछ माता-पिताओं ने प्री-डिलिवरी के लिए डॉक्टरों से अनुरोध किया था।
अतरौली सीएचसी में तीन बेटा व एक बेटी ने लिया जन्म
अतरौली सीएचसी में चार बच्चे जन्मे। आनंदपुर निवासी रिंकी देवी पत्नी सामंत सिंह ने बेटा, कदौली निवासी शीतल पत्नी अजय ने बेटी, बैसपाड़ा निवासी रोशन पत्नी शादाब ने बेटा व शेखूपुर निवासी सीमा पत्नी रिंकू ने बेटे को जन्म दिया। रामलला विराजमान के दिन जन्म होने से इन परिवारों में बेहद खुशी रही और मिष्ठान बांटा।
बोले चिकित्सक
अस्पताल में 32 महिलाओं की डिलेवरी हुई जिसमें 17 लड़के एवं 15 लड़कियों ने जन्म लिया उनके मां- बाप बेहद खुश नजर आए।-डॉ. तैय्यव, सीएमएस, जिला महिला अस्पताल।
कई लोगों ने उनके अस्पताल में सोमवार को ही प्रसव करने गुजारिश की थी, लेकिन उन्हें साफ मना कर दिया गया। उनके प्रसव की तारीख अभी नहीं थी और प्री-डिलिवरी से नवजात बच्चे व मां को परेशानी भी हो सकती थी। -डॉ. अंजू गुप्ता, चिकित्सक।
प्रभु राम के अयोध्या में विराजमान होने के शुभ अवसर पर पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उम्मीद है हमारा पुत्र भी प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद पाएगा और आर्दशों को जीवन अपनाएगा। -मनोज कुमार।