टॉप भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने मंगलवार को कहा कि इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक से पहले उनका ध्यान फिट रहने और विश्व रैंकिंग में शीर्ष 100 में जगह बनाने पर है। दरअसल, हरियाणा के इस 26 वर्षीय खिलाड़ी को अतीत में कई बार चोटों का सामना करना पड़ा है। वह चोट के कारण 2018 में अमेरिकी ओपन क्वालीफाइंग में नहीं खेल पाए थे। उसके बाद उन्हें 2021 में कूल्हे में चोट लगी और उसी साल नवंबर में सर्जरी करानी पड़ी।
बता दें कि, नागल ने चेन्नई ओपन एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट में बातचीत के दौरान पीटीआई के एक सवाल के जवाब में कहा कि, फिट रहना मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी। दूसरा (लक्ष्य) ओलंपिक में खेलना होगा जो एक अच्छा अहसास होगा। लेकिन इसके लिए आपको टॉप 100 में रहना होगा। वहीं नागल प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं।
वर्तमान में एटीपी एकल रैंकिंग में 121वें स्थान पर मौजूद नागल को शीर्ष 100 में जगह बनाने का भरोसा है।
नागल ने कहा, ‘‘यह (ओलंपिक क्वालीफिकेशन) तभी संभव होगा जब मैं मैच जीतता रहूंगा। मुझे आगामी मैचों पर ध्यान केंद्रित करना होगा और इस बारे में नहीं सोचना होगा कि अगले पांच महीनों में क्या होने वाला है क्योंकि टेनिस एक बहुत ही अप्रत्याशित खेल है जहां कुछ भी हो सकता है। मैं बड़ी तस्वीर की तुलना में छोटे और सटीक लक्ष्य रखना पसंद करता हूं।’’
पिछले महीने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने के बाद उन्होंने सुर्खियां बटोरी जब अपना शुरुआती मैच जीतकर मुख्य ड्रॉ में किसी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराने वाले पहले भारतीय बन गए। वह हालांकि दूसरे दौर में हार गए।
मेलबर्न में अनुभव के बारे में बात करते हुए नागल ने स्वीकार किया कि उन्हें इससे काफी आत्मविश्वास मिला है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे टेनिस के मामले में और शारीरिक तथा मानसिक रूप से भी बहुत आत्मविश्वास मिला। लेकिन साथ ही मैं ठोस टेनिस खेलना और वो चीजें करने की कोशिश करना चाहता था जिन पर मैं काम करना चाहता हूं।’’
नागल ने आगे कहा कि, कुल मिलाकर इसमें (ऑस्ट्रेलियाई ओपन) खेलना और मैच जीतना एक शानदार अनुभव था इसलिए मैं इसके बारे में शिकायत नहीं करूंगा। मुझे लगता है कि लय मेरे साथ है और मैं अच्छा खेल रहा हूं।