परमजीत कुमार/देवघर. नया साल शुरू हो चुका है. वहीं कुछ दिनों में नए साल का पहला एकादशी व्रत भी आने वाला है. साल भर में कुल 24 एकादशी का व्रत रखा जाता है, यानी हर महीने में दो. एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में. हर महीने की एकादशी तिथि का अपना-अपना महत्व है. वहीं, पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पहला व्रत रखा जाएगा. अगर इस व्रत के दिन सिद्धि योग में भगवान विष्णु की पूजा आराधना करते हैं तो सभी कार्य सफल होते हैं और मनोकामना पूर्ण होती है.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि नए साल का पहला एकादशी व्रत पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानी 7 जनवरी दिन रविवार को रखा जाएगा. इस एकादशी को सफला एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने से सभी कार्य सफल होते हैं. साथ ही अगर आप इस दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना करते हैं तो दुख-दोष और दरिद्रता समाप्त होती है.
सफला एकादशी का मुहूर्त
पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को साल 2024 का पहला एकादशी व्रत रखा जाएगा. इस व्रत की शुरुआत 7 जनवरी रविवार अहले सुबह 3 बजकर 44 मिनट से हो रही है. वहीं, समाप्ति अगले दिन दिन सोमवार 8 जनवरी अहले सुबह 04 बजकर 12 मिनट पर होगी. उदया तिथि के अनुसार, एकादशी का व्रत 7 जनवरी दिन रविवार को ही रखा जाएगा. एकादशी तिथि के व्रत के साथ पारण का भी खास महत्व होता है. इस एकादशी का पारण 8 जनवरी को सुबह 6 बजकर 54 मिनट से लेकर सुबह 08 बजे तक किया जाएगा.
एकादशी का महत्व
सफला एकादशी का खास महत्व माना जाता है. क्योंकि यह साल का पहला एकादशी व्रत है. इस दिन आप अगर व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा आराधना करते हैं तो सारे कार्यों में सफलता मिलेगी. साथ ही अगर आप तुलसी माता के समक्ष घी का दिया जलाते हैं तो किस्मत खुल जाती है. यह व्रत रखने से अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य मिलता है.
(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)
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FIRST PUBLISHED : January 1, 2024, 15:35 IST