1857 क्रांति का गवाह रहे कादू नाला वन क्षेत्र को मिली पहचान, पर्यटकों ले सकते हैं जंगल सफारी का लुत्फ

रिपोर्ट आदित्य कृष्ण

अमेठी. अमेठी जिले में स्थित एकमात्र वेटलैंड कादू नाला इको पार्क अब वीर भाले सुल्तानी वनस्थली के नाम से जाना जाएगा.इस पार्क का विकास नमामि गंगे योजना के तहत किया गया है. 40 एकड़ में बने इस वनस्थली में सैलानियों के लिए अनेक आकर्षण के केंद्र बनाए गए हैं.वनस्थली में अनेक प्रकार के विलुप्त हो गए पौधों को भी रोपित किया गया है.पार्क में सेल्फी प्वाइंट के साथ जल संरक्षण के लिए सुंदर सरोवर भी बनाए गए हैं.इतना ही नहीं बाहरसे आने वाले सैलानियों के लिए गेस्ट हाउस भी बनाया गया है.जिसमें वो परिवार के साथ रात्रि विश्राम कर सकते हैं.

1857 क्रांति का रहा है गवाह
कादू नाला का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व भी प्राचीन है.1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजी सेना को भाले सुल्तान शूर वीरों ने यहां पर धूल चटाई थी.लेकिन छल कपट की नीति के कारण अंग्रेजों ने इस युद्ध में विजय प्राप्त कर ली थी.आज भी वीर भाले सुल्तानियो की अमर गाथा यहां के पत्थरों में दर्ज है.जिस कारण इस पार्क को भाले सुल्तानी वन स्थली के रूप में नई पहचान मिली है.लोक गाथाओं की माने तोकादू नाला का यह घना जंगल प्राचीन समय में ऋषि मुनियों की तपोस्थली भी रहा है.

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विकसित किया जाएगा पार्क बढाई जाएगी सुविधाएं
पार्क के जिम्मेदार और वन निरीक्षक दिनेश बडोला ने बताया कि 391.91 हेक्टेयर में फैले कादू नाला वन क्षेत्र में 40 हेक्टेयर में वेटलैंड और इको पार्क को अच्छी तरीके से विकसित किया गया है.इसकीकुल लागत 1करोड़ 33 लाख 40 हजार रुपए आई है.यहां पर पर्यटक डे सफारी का आनंद भी ले सकते हैं.इसके अलावा पर्यटकों की सुविधाओं के लिए कई और विकास कार्य भी कराए जा रहे हैं.

Kadu Nala Junglehttps://maps.app.goo.gl/AAWwVQvE3utrfzYU6

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