नीरज कुमार/बेगूसराय: हिंदू धर्म में हर व्रत का पालन करने से मन की इच्छा पूरी होती है और परिवार में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है. वहीं, हर ग्रह गोचर किसी न किसी शुभ या अशुभ संकेत को लेकर आता है. ऐसे में सूर्य गोचर को लेकर भी खास मान्यताएं हैं. ऐसा माना जाता है कि इस गोचर में कोर्ट-कचहरी के मामले सुलझाने के लिए तो शुभ होता ही है, इसके अलावा सरकारी नोकरी का भी मार्ग प्रशस्त करता है. इस गोचर को 17 नवंबर को मनाया जाएगा. पंडित रिपुसूदन ठाकुर के मुताबिक जब सूर्य एक राशि को छोड़कर दूसरे राशि में प्रवेश करता है तो इसे सूर्य गोचर या फिर संक्रांति कहते हैं.
ज्योतिषाचार्य पंडित रिपुसूदन ठाकुर ने बताया कि सूर्य के गोचर को साधारण शब्दों में समझें तो इसका मतलब है कि सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना. इसे सूर्य का गोचर के साथ सूर्य संक्रांति भी कहा जाता है. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को नव ग्रहों के राजा माना जाता है. यह एक राशि में करीब एक माह तक रहते हैं. ऐसे में यह एक साल के दौरान 12 राशियों में प्रवेश कर जाते हैं. गोचर के दौरान सूर्य हर राशि के अलग-अलग भावों में स्थित होकर उन्हें प्रभावित करता है.
सरकारी नौकरी का सपना हो सकता है साकार
ज्योतिषाचार्य पंडित रिपुसूदन ठाकुर ने बताया कि मेष राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बेहतरीन रहेगा. काफी दिनों से लंबित पड़े हुए कोर्ट कचहरी के मामले सुलझेंगे. गुप्त शत्रु परास्त होंगे. यात्रा देशाटन का भी लाभ मिलेगा. किसी भी तरह की सरकारी सर्विस के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा. उन्होंने बताया कि सोची-समझी रणनीति कारगर सिद्ध होगा.
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FIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 07:07 IST