नीरज कुमार/बेगूसराय. बिहार में कृषि विकास और किसानी को लाभकारी बनाने के उद्देश्य से 8 हजार से ज्यादा प्रारंभिक कृषि साख सहयोग समिति (पैक्स) संचालित है. अक्सर पैक्स को लेकर लोग भ्रष्टाचार की खबरें सुनते रहते हैं. कई इलाके के किसानों को यह भी मालूम नहीं है कि पैक्स क्या चीज है? लेकिन बिहार में एक ऐसा समिति है जिसने अपने किसानों की जरूरतों को समझ कर उसपर काम किया और आज बिहार की नंबर वन कृषि साख सहयोग समिति बन गई है. बिहार सरकार ने भी माना है कि यह प्रदेश की नंबर वन पैक्स है. इस कारण इनाम के रूप में 15 लाख रुपये भी दिए गए हैं.
मनिअप्पा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष रामाधार कुमार ने इनाम मिलने के बाद लोकल 18 बिहार की टीम से पूरी कहानी साझा की. इन्होंने बताया कि साल 2009 में वे पहली बार अध्यक्ष बने. तब उनके पैक्स की स्थिति भी अन्य पैक्सों जैसी ही थी. उस वक्त मात्र 1500 किसान इसके सदस्य थे. इसके बाद इन किसानों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं पर काम करना शुरू किया. धीरे-धीरे किसानों को समय पर खाद, बीज, कीटनाशक दवा, ट्रैक्टर आदि की सुविधा दिलाने लगे. साल 2023 तक उन्होंने 8000 नए किसानों को अपने पैक्स से जोड़ा. दूसरी ओर, पंचायत के मुखिया मुरारी सिंह और आसपास के किसानों का कहना है कि यहां पर सरकारी स्तर पर मिलने वाली सारी सुविधाएं समय पर उपलब्ध रहती हैं.
यह भी पढ़ें- जब नक्सली इलाके में पहुंच गए DM, ग्रामीणों के बीच चारपाई पर बैठ गए, ऑन द स्पॉट कर दिया फैसला
बिहार में नंबर 1 बना मनिअप्पा पैक्स
मुख्यमंत्री आदर्श पैक्स प्रोत्साहन योजना के तहत मटिहानी प्रखंड के मनिअप्पा पैक्स को राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. चयन की प्रक्रिया को लेकर पैक्स अध्यक्ष रामाधार कुमार ने बताया कि पहले जिला स्तरीय चयन में सौ से ज्यादा पैक्स को पीछे छोड़कर जिले में नंबर वन बने. फिर राज्य के 1250 पैक्स की जांच के बाद उन्हें नंबर वन पैक्स अध्यक्ष के रूप में चुना गया. अवार्ड के दौरान उन्हें सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार के द्वारा 15 लाख का चेक दिया गया. श्री कुमार ने बताया कि विभाग ने 29 बिंदु पर मूल्यांकन किया था. इसमें उनके पैक्स को 84% अंक मिले. उनके पैक्स से महिलाओं के बीच 2 करोड़ का लोन भी बांटा गया है.
.
Tags: Agriculture, Begusarai news, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : March 11, 2024, 14:28 IST