14 या 15 जनवरी? मकर संक्रांति को लेकर दूर करें कंफ्यूजन, अयोध्या के ज्योतिष से जानें स्नान करने का सही तरीका

सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: सनातन धर्म में मकर संक्रांति का पर्व बहुत खास माना जाता है. देश के विभिन्न राज्यों में मकर संक्रांति का पर्व कई तरीके से मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के साथ-साथ दान का भी महत्व है. इतना ही नहीं ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश भी करते हैं. जिसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है.

हिंदू पंचांग के मुताबिक इस बार 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा. अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं की मकर संक्रांति बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि इसी दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं. साथ ही इस दिन काले तिल से कुछ खास उपाय करने से न सिर्फ जीवन में कामयाबी मिलती है बल्कि सुख समृद्धि का वास होता है.

  • मकर संक्रांति के दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए. साथ ही काली तिल के साथ नहाने के बाद भगवान सूर्य को काला तिल मिलाकर जल अर्पित करना चाहिए.
  • मकर संक्रांति के दिन तांबे के लोटे में गंगाजल अथवा शुद्ध जल लेकर लाल चंदन तिल आदि डालकर सूर्य देव के मंत्रों का जाप करते हुए सूर्य को अरग देना चाहिए. ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होगी.
  • इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन काले तिल और गुड़ से बनी चीजे उन्हें कपड़े कंबल और खिचड़ी दान करना चाहिए. ऐसा करने से सूर्य और शनि दोनों की कृपा प्राप्त होती है.
  • संक्रांति के दिन तिल गुड़ का सेवन करना चाहिए ऐसा करने से भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त होती है.

नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र द्वारा आधारित है न्यूज़ 18 किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता

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