12 दिन में 150 किमी तैरती रही दिव्या पाहुजा की लाश, ‘किलर’ अभिजीत निकला…

गुरुग्राम. हत्या के 11 दिन बाद पूर्व मॉडल दिव्या पाहुजा का शव शनिवार को हरियाणा के फतेहाबाद जिले की टोहाना नहर से बरामद किया गया. मॉडल की हत्या के सिलसिले में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें अभिजीत सिंह, हेमराज, ओम प्रकाश, बलराज गिल, प्रवेश और अभिजीत की महिला मित्र मेघा शामिल है. पुलिस जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अभिजीत को हथियार रखने का था शौक था. उसके पास से 40 गोली और 3 हथियार बरामद हुए हैं.

पुलिस ने बताया कि आरोपी बलराज गिल (28) से मिली जानकारी के आधार पर शव बरामद किया गया, उसे कोलकाता हवाई अड्डे से बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि गिल ने एक अन्य व्यक्ति रवि बंगा के साथ मिलकर शव को ठिकाने लगाया था.

12 दिन में 150 किलोमीटर तैरती रही मॉडल की लाश
शव मिलने से पहले तक दिव्या की लाश 12 दिन में भाखड़ा नहर में 150 किलोमीटर तक तैरती रही थी. हत्या के बाद से ही पुलिस उसके शव की तलाश में जुटी थी. इसके लिए गुरुग्राम पुलिस 6 टीम बनाकर मामले की जांच कर रही थी. पुलिस के मुताबिक, बलराज गिल और रवि बंगा ने दिव्या के शव को पटियाला ले जाकर भाखड़ा नहर में फेंक दिया था. बलराज गिल को आगे की पूछताछ के लिए ट्रांजिट रिमांड पर गुरुग्राम लाया जा रहा है. गुरुग्राम पुलिस ने दिव्या के शव की तलाश के लिए 150 किलोमीटर का सर्च ऑपरेशन चलाया था.

देश के अलग-अलग कोने में गुरुग्राम पुलिस दिव्या के शव की तलाश कर रही थी. फिर पुलिस ने आखिरकार 11 दिन बाद शव को ढूंढ निकाला. गुरुग्राम पुलिस ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “फतेहाबाद की टोहाना नहर से दिव्या पाहुजा के शव को बरामद कर लिया गया है. इस मामले से जुड़े एक नए आरोपी को भी गिरफ्तार किया है जिसका नाम प्रवेश बताया जा रहा है, जो की रोहतक के किलोद गांव का रहने वाला है और अभिजीत को हथियार मुहैया करने का एक नया सूत्रधार है.”

गुरुग्राम पुलिस में एसीपी क्राइम ने बताया, “गुरुग्राम पुलिस अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें सबसे पहले 2 तारीख को अभिजीत, हेमराज और ओमप्रकाश को गिरफ्तार किया गया. उसके दो दिन बाद मेघा नजफगढ़ से गिरफ्तार हुई तो बलराज 11 तारीख को कोलकाता से एयरपोर्ट के बाहर गिरफ्तार किया गया.”

फरार चल रहा है रवि बंगा
दरअसल, दिव्या पाहुजा की मौत की गुत्थी पुलिस सुलझा रही थी और आरोपी मामले को उलझा रहे थे, मगर यह गुत्थी अचानक तब सुलझती चली गई जब दिव्या पाहुजा का शव शनिवार सुबह बरामद कर लिया गया. अब गुरुग्राम पुलिस के पास ढूंढने के लिए सिर्फ हत्या का वाजिब कारण है. हालांकि, पुलिस ने बताया कि आपसी विवाद के चलते हत्या को अंजाम दिया गया, मगर हत्या के बाद से ही लगातार ब्लैकमेलिंग, गैंगस्टर की साजिश जैसे कयास दिव्या के परिजन लगा रहे हैं और दूसरा कारण है फरार चल रहा रवि बंगा जिसके बाद इस पूरे मामले की गुत्थी को सुलझा लिया जाएगा और इस हत्या के सिलसिले में अगर कोई बड़ा नाम निकलकर सामने आते हैं तो उनको भी घसीट कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा.

दिव्या का वो मोबाइल मिला कहां है?
गुरुग्राम पुलिस ने शुरुआत में दावा किया था कि अभिजीत ने ब्लैकमेलिंग से तंग आकर दिव्या की हत्या कर दी, लेकिन अभी तक गुरुग्राम पुलिस को हत्या में इस्तेमाल ना तो हथियार मिला है और ना ही दिव्या का वो मोबाइल मिला है, जिसमें अभिजीत ने अपनी अश्लील फोटो होने का दावा किया था. गुरुग्राम पुलिस ने बलराज गिल को गिरफ्तार किया तो, दिव्या की डेड बॉडी की सही लोकेशन मिली. तब जाकर गुरुग्राम पुलिस ने 11 दिन बाद दिव्या के शव को ढूंढने में कामयाब रही. हालांकि, अभी भी बलराज गिल के साथ दिव्या के शव को ठिकाने लगाने में मददगार रहा रवि बंगा फरार है, जिसकी गुरुग्राम पुलिस तलाश कर रही है.

बलराज की गिरफ्तारी के बाद ही दिव्या का शव मिलना मुमकिन हुआ
बलराज गिल और रवि बंगा दोनो ही तीन जनवरी को सुबह सूरज निकलने से पहले ही दिव्या की डेड बॉडी को भाखड़ा नहर में ठिकाने लगाने के बाद बीएमडब्ल्यू गाड़ी को पटियाला बस स्टैंड पर खड़ी कर फरार हो गए. दोनों पटियाला से बस में बैठ पहले हरियाणा के भिवानी पहुंचे और उसके बाद भिवानी से जयपुर होते हुए उदयपुर पहुंच गए. इसके बाद बलराज और रवि यूपी के कानपुर पहुंचे और फिर ट्रेन से हावड़ा जा पहुंचे. पुलिस का दावा है कि हावड़ा से रवि और बलराज अलग-अलग हो गए. बलराज जैसे ही एयरपोर्ट पहुंचा तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया और यहीं से गुरुग्राम पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली. बलराज की गिरफ्तारी के बाद ही दिव्या के शव को ढूंढा जा सका.

Tags: Gurugram Police

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