11 साल की उम्र से प्रवचन करने वाली प्रभु प्रिया कथावाचन को आ रही हैं कोडरमा

ओम प्रकाश निरंजन/कोडरमा. खेलने कूदने की उम्र में वर्ष 2012 में महज 11 वर्ष की आयु में अध्यात्म की तरफ अपना जीवन समर्पित करते हुए उज्जैन मध्य प्रदेश की प्रभुप्रिया जी ने स्वामी राजेश रामायणी से दीक्षा प्राप्त कर राम कथा और भागवत कथा प्रवचन शुरू किया. जिनका आगमन कोडरमा में हो रहा है. झुमरी तिलैया शहर के यदुटांड में 29 फरवरी से 9 दिवसीय श्री श्री 1008 श्री देवी प्राण प्रतिष्ठात्मक नवदिवसीय शतचंडी महायज्ञ सह हनुमत प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्घाटन ध्वजाधारी धाम के श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री सुखदेव दास जी महाराज करेंगे. आयोजन को लेकर यज्ञ समिति के द्वारा तैयारियां पूरी कर ली गई है. प्रभु प्रिया जी यहां कथा वाचन करेंगी.

10 किलोमीटर पैदल कलश यात्रा में शामिल होंगी 1500 से अधिक महिलाएं
यज्ञ समिति के अध्यक्ष महावीर यादव ने बताया कि 29 फरवरी को जल यात्रा निकाली जाएगी. जो यज्ञ स्थल से निकलकर करीब 10 किलोमीटर विभिन्न गांव का भ्रमण करते हुए बराकर नदी पहुंचेगी. यहां यज्ञाचार्य पंडित रामकुमार शास्त्री के द्वारा मंत्रोउच्चरण के साथ कलश में जल भराया जाएगा. इस जल यात्रा में 1551 से अधिक महिलाएं कलश लेकर शामिल होंगी. बराकर नदी से जल उठाने के बाद महिलाएं वापस यज्ञ स्थल पर पहुंचेंगी. उन्होंने बताया कि 1 मार्च को मंडप पूजन, वैदिक पूजन, पाठ आरंभ, हवन एवं संध्या कथा प्रवचन का आयोजन किया जाएगा.

बाल विदुषी प्रभु प्रिया जी करेंगी कथा प्रवचन
समिति के अध्यक्ष महावीर यादव ने बताया की कथा वाचिका के रूप में मध्य प्रदेश उज्जैन धाम की बाल विदुषी प्रभु प्रिया जी रामायणी कथा प्रवचन करेंगी. अध्यक्ष ने बताया कि 2 मार्च को प्रातः बेदी पूजन, 3 मार्च को पुष्पाधिवास, फलाधिवास, 4 मार्च को धूपाधिवास, दीपाधिवास, 5 मार्च को नगर भ्रमण, वस्त्र धिवास, 6 मार्च को शिखन स्नान, हनुमत प्राण प्रतिष्ठा 7 मार्च को अखंड हरी कीर्तन, 8 मार्च को पूर्णाहुति, कन्या पूजन, ब्राह्मण विदाई, भंडारा का आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम के दौरान 29 फरवरी से 8 मार्च तक प्रत्येक दिन संध्या कथा प्रवचन का आयोजन कार्यक्रम स्थल पर होगा.

पूरे गांव में मेले जैसा माहौल, 2 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था
अध्यक्ष ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर पूरे गाँव को आकर्षक विद्युत सज्जा से सजाई गई है. कार्यक्रम स्थल के समीप मेले जैसा दृश्य तैयार हो रहा है. राज्य के अलग-अलग इलाकों से आए विभिन्न प्रकार के झूला संचालक झूला लगाने में जुटे हुए हैं. कार्यक्रम स्थल पर 2000 से अधिक लोगों के बैठने की समुचित व्यवस्था की गई है. प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राजस्थान से खास तौर पर पत्थर की प्रतिमा मंगाई गई है.

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