इसी साल जनवरी में अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडानी को बड़ा झटका लगा था. रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप को भारी नुकसान हुआ था. दुनिया के टॉप-3 अरबपतियों में शामिल अडानी 60 दिन के भीतर ही टॉप-30 से भी बाहर हो गए थे.
गौतम अडानी, चेयरमैन, अडानी ग्रुप (Photo Credit: सोशल मीडिया)
नई दिल्ली:
Gautam Adani again in worlds Top 20 billionaires: भारत के नामचीन अरबपति गौतम अडानी की नेटवर्थ में भारी उछाल देखने को मिला है. 24 घंटे में ही उनकी संपत्ति में 50, 000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसी के साथ एक बार फिर दुनिया के टॉप-20 अरबपतियों की सूची में गौतम अडानी की जोरदार वापसी हुई है. इसके साथ अडानी के निवेशक भी मालामाल हो गए. उनकी संपत्ति में 1.2 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ.ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, गौतम अडानी की नेटवर्थ 66.7 अरब डॉलर हो गई और वे अमीरों की लिस्ट में 19वें स्थान पर पहुंच गए हैं. दरअसल, गौतम अडानी की नेटवर्थ में आए उछाल के पीछे बीते दिनों उनकी कंपनियों के शेयरों में तेजी है.
मंगलवार को अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में करीब 20 फीसदी की उछाल देखी गई है, जबकि अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी के शेयर भी सात फीसदी के उछाल पर थे. सबसे ज्यादा तेजी अडानी टोटल गैस के शेयरों में देखने को मिली है. बता दें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद से अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं दिख रही थी. लेकिन साल खत्म होने से पहले अडानी ग्रुप के शेयरों में अब तक की सबसे बड़ी तेजी देखी गई है.
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ग्रुप के शेयरों में भारी बढ़ोतरी
अडानी ग्रप की कंपनियों के शेयरों में बीते कारोबारी दिन मंगलवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला. अडानी पावर से अडानी टोटल गैस और अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर रॉकेट की रफ्तार से बढ़ी. शेयरों के बढ़ने का असर ग्रुप के मार्केट पर दिखा. अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया. इससे अडानी दुनिया के टॉप 20 अमीरों की सूची में फिर से वापस हो गए.
रिपोर्ट से ग्रुप को हुआ था भारी नुकसान
गौरतलब है कि 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप को लेकर बड़ा खुलासा किया था. इस रिपोर्ट में ग्रुप पर कर्ज और कंपनियों के शेयरों की कीमत में हेराफेरी समेत कई आरोप लगाए गए थे. इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद अडानी के शेयर अर्श से फर्श पर आ गए थे. निवेशकों ने इस ग्रुप के शेयर खरीदने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, नतीजा अडानी की कंपनियों को भारी नुकसान हुआ. और इसका असर ये हुआ कि दुनिया के टॉप-3 अरबपतियों में शामिल अडानी दो महीने में ही टॉप-30 से बाहर हो गए . इस दौरान अडानी के शेयरों में 85 फीसदी तक की गिरावट आई थी. और नेटवर्थ में 60 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था.
First Published : 29 Nov 2023, 02:39:20 PM