10 साल पहले लापता हुआ बेटा घर लौटा, जानें कैसे हुआ ये करिश्मा कि झूम उठा गांव

हाइलाइट्स

बूंदी के लाखेरी कस्बे की है घटना
सुजानगढ़ में झगड़ता हुआ मिला युवक

बूंदी. राजस्थान के बूंदी जिले के लाखेरी कस्बे से 10 साल पहले लापता हुआ एक युवक हाल ही में सकुशल घर लौट आया. परिजनों ने उसे जिंदा देखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. परिजन उसके वापस आने की उम्मीद खो चुके थे. लेकिन जब उसे जिंदा सामने देखा तो पूरा परिवार भावुक हो गया. वहीं ग्रामीणों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. यह सब हुआ पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की समझदारी से कि उसने बिछड़ों को मिला दिया.

जानकारी के अनुसार मामला लाखेरी के गणेशपुरा से जुड़ा है. वहां के माधोलाल राठौर का बेटा गणेश राठौर करीब 10 साल पहले कोटा से लापता हो गया था. परिजनों ने उसे सभी जगह तलाश किया, लेकिन उसकी कोई खोज खबर नहीं मिली. गणेश के बड़े भाई हीरालाल राठौर ने बताया कि वह10 साल पहले कोटा से अचानक गायब हो गया था. उसे रिश्तेदारों सहित सभी जगह खूब तलाशा गया लेकिन कोई सुराग नहीं लगा.

गणेश थोड़ा मंदबुद्धि है
यहां तक की रामदेवरा जाने वाले पैदल जत्थों से भी संपर्क कर तलाश करने की कोशिश की, लेकिन निराशा ही मिली. 10 साल में उसकी कोई खोज खबर नहीं मिलने पर हमने तो उसके जीवित होने की उम्मीद ही छोड़ दी थी. हाल ही में गणेश का सुजानगढ़ में में किसी से झगड़ा हो गया था. इसके चलते पुलिस उसे थाने लेकर आई थी. गणेश थोड़ा मंदबुद्धि है. लेकिन पुलिस ने जब उसके बारे में पूछताछ की तो उसने लाखेरी का निवासी होना बता दिया.

सुजानगढ़ में कांस्टेबल को चला पता
इस बात की जानकारी पूर्व में लाखेरी में पोस्टेड रहे और वर्तमान में सूजानगढ़ थाने में तैनात हेड कांस्टेबल जगदीश जाखड़ को मिली तो उन्होंने नाम पते पूछकर इंदरगढ़ थाने के कांस्टेबल महावीर गुर्जर को यह बात बताई. तब कहीं जाकर युवक के परिजनों तक बात पहुंची. उन्होंने गणेश के परिजनों से संपर्क कर उसकी फोटो दिखाई और फिर फोन पर बात करवाई. फिर उसे बूंदी लाया गया. उससे हुई पूछताछ में सामने आया कि वह कोटा से जोधपुर पहुंच गया था. इसके बाद चूरू जिले के तारानगर में रहने लग गया था.

Tags: Bundi, Rajasthan news

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