अखंड प्रताप सिंह/कानपुर. विश्व के सबसे बड़े महानाट्य के रूप में जाने जाने वालाजाणता राजाका मंचन कानपुर में दोबारा होने जा रहा है. आपको बता दें 1 अक्टूबर से इसकी शुरुआत होगी जो 7 अक्टूबर तक चलेगा. कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में इस नाटक का मंचन किया जा रहा है. जिसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है.
छत्रपति शिवाजी के जीवन पर आधारित इस नाटक को बाबासाहेब पुरंदरे ने सबसे बड़े क्रांतिकारी वीर सावरकर की प्रेरणा से शुरू किया था. कानपुर में एक बार इस महानाट्य का आयोजन हो चुका है. इसके साथ ही विश्व भर में यह मेहनत विभिन्न जगहों पर आयोजित किया गया है. यह बेहद लोकप्रिय और आकर्षक नाटक होता है. कानपुर में पिछले बार भी लोगों ने इसको काफी पसंद किया था. वहीं जिसको देखकर एक बार फिर से यहां पर इसका मंचन किया जा रहा है. इस नाटक से मिलने वाली आर्थिक राशि को अस्पताल बनाने में खर्च किया जाएगा.
शिवाजी की जीवनी पर नाटक तैयार किया गया
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम प्रकाश शुक्ला ने बताया कि शिवाजी ने हिंदवी स्वराज की स्थापना स्वतंत्रता और संघर्ष करने के लिए मराठा समाज की स्थापना की थी. यह स्थापना तब की गई थी जब कोई मुगल शासको के खिलाफ आवाज नहीं उठा पा रहा था. एक बार फिर से मराठा स्वराज ने सनातन धर्म की स्थापना की थी जिसके लिए देश कभी भी शिवाजी को नहीं भूल सकता है. शिवाजी के जीवनी पर ही यह नाटक तैयार किया गया है. जिसका मंचन कानपुर में किया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : September 29, 2023, 22:21 IST