हूती विद्रोहियों का आतंक जारी, मिसाइल हमले के बाद क्रू ने ब्रिटिश जहाज को लाल सागर में ही छोड़ा

हूती विद्रोहियों का आतंक जारी, मिसाइल हमले के बाद क्रू ने ब्रिटिश जहाज को लाल सागर में ही छोड़ा

लाल सागर में हूती विद्रोहियों का हमला.

नई दिल्ली:

लाल सागर में हूती विद्रोहियों का आतंक अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर से एक कमर्शियल जहाज पर हमला कर दिया, जिसके बाद चालक दल ने जहाज को लाल सागर में ही छोड़ दिया. हूतियों द्वारा अहम व्यापारिक जल मार्ग में हमले के बाद इस तरह की यह पहली घटना है. स्थानीय समय के मुताबिक, रविवार शाम को दो-एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइलों ने बेलीज के फ्लैग वाले रूबीमार को क्षतिग्रस्त कर दिया, ये जानकारी यूएस सेंट्रल कमांड ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी.

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लाल सागर में नहीं थम रहे हूतियों के हमले

साथ ही कहा गया कि संकट कॉल के बाद संगठन युद्धपोत और एक अन्य कमर्शियल जहाज रूबीमार के क्रू को पास के बंदरगाह पर लेकर गया. बता दें कि नवंबर के बाद से यमन के हूती विद्रोहियों के लाल सागर में कमर्शियल जहाजों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमले बढ़ गए हैं. वहीं ईरान समर्थित आतंकी गुट का कहना है कि वे सिर्फ इजरायल, अमेरिका और ब्रिटेन से जुड़े जहाजों को ही निशाना बना रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी यह प्रतिक्रिया गाजा में चल रहे युद्ध और वेस्टर्न एयरस्ट्राइक को लेकर सामने आ रही है.

ब्रिटिश जहाज को हूती विद्रोहियों ने बनाया निशाना

बता दें कि रूबीमार एक छोटा मालवाहक जहाज है. इक्वैसिस अंतरराष्ट्रीय समुद्री डेटाबेस के मुताबिक, इसका रजिस्टर्ड मालिक इंग्लैंड के साउथेम्प्टन में है. हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि एक अज्ञात ब्रिटिश जहाज पर हमले के बाद वह “पूरी तरह डूब गया”. हालांकि इस दावे को स्वतंत्र रूप से वेरिफाई नहीं किया जा सका. दरअसल सेंटकॉम ने अपने बयान में यह नहीं बताया कि रूबीमार डूब गया था या नहीं, और वहीं जहाज के मालिक ने भी इस पर कोई जवाब नहीं दिया. यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस के पास घटना पर कोई और अपडेट नहीं था. 

लाल सागर व्यापार के लिहाज से बहत ही अहम

इससे पहले, लेबनान में जीएमजेड शिप मैनेजमेंट कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि हूतियों ने जहाज के इंजन रूम और सामने वाले हिस्से में हमले किए. अधिकारी ने बताया कि क्रू मेंबर्स के घायल होने की भी कोई जानकारी नहीं है, जिन्हें जिबूती ले जाया जा रहा था.बता दें कि लाल सागर व्यापार के लिहाज से बहत ही अहम रास्ता है. अधिकारियों के मुताबिक हर साल वैश्विक व्यापार का करीब 12% और कंटेनर ट्रैफिक का 30 प्रतिशत, हर साल लाल सागर के दूसरे हिस्से पर स्वेज़ नहर से होकर गुजरता है.

हूतियों के हमलों से बचने के लिए, दुनिया के तेल और गैस वाहक, थोक वस्तु जहाज और कंटेनर जहाजों का एक अहम हिस्सा अब अफ्रीका के चारों ओर हजारों मील से होकर गुजर रहा है, जिससे बोगस टाइम और वर्ल्ड शिपिंग को बूस्ट करने में बढ़ोतरी हो रही है.  इसके अलावा  सोमवार को, एक अन्य जहाज ने पास दो विस्फोटों की भी खबर सामने आई, जिसमें छर्रे और पेंटवर्क को नुकसान पहुंचने के सबूत मिले.

रक्षात्मक नौसैनिक अभियान की शुरुआत

हूकी विद्रोहियों ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने दो अन्य जहाजों को भी निशाना बनाया था, हालांकि स्पेसिफिक डिटेल को तुरंत वेरिफाई नहीं किया जा सका. हूती विद्रोहियों से कमर्शियल जहाजों की सुरक्षा करने के मकसद ने यूरोपीय संघ ने सोमवार को औपचारिक रूप से एक रक्षात्मक नौसैनिक अभियान शुरू किया. ग्रीस की कमान वाला यह मिशन कुछ जहाजों के साथ जाएगा और उन्हें लाल सागर और अदन की खाड़ी से फारस की खाड़ी तक होने वाले हमलों से बचाएगा.

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