अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ: हिट एंड रन कानून को लेकर तमाम राज्यों और जिलों से हड़ताल के बाद बस चालकों में गुस्सा देखने के लिए मिल रहा है. वहीं लखनऊ शहर के सभी बस चालकों ने एक ऐसा फैसला लिया है जो चर्चा का विषय बन गया है. दरअसल, उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के सभी बस चालकों ने एक अनोखा फैसला लिया है.
उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश मिश्रा ने बताया कि सरकार को कानून वापस लेना चाहिए. यह कानून बस चालकों समेत किसी के भी हित में नहीं है. 10 साल की सजा और सात लाख रुपए का जुर्माना कोई नहीं चुका पाएगा. उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी तक नया कानून लागू नहीं किया गया है, जो भी घटनाएं हो रही है उसमें पुराना ही कानून लागू किया जा रहा है. ऐसे में बस चालक अब दूसरे फैसले पर आ खड़े हुए हैं.
हड़ताल पर ब्रेक
प्रवक्ता रजनीश मिश्रा ने कहा कि फिलहाल हड़ताल पर ब्रेक लगाकर सभी बस चालक 22 जनवरी को होने जा रहे प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा में अपना योगदान देने का फैसला ले चुके हैं. अब “पहले भगवान फिर काम” होगा. सभी बस चालकों की ड्यूटी पर लगा दी गई है. भगवान के दर्शन के लिए जाने वाले किसी भी श्रद्धालु या वीआईपी को बस चालक दिक्कत नहीं होने देंगे.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद लेंगे फैसला
रजनीश मिश्रा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद सभी बस चालक एक बार फिर से बैठक करेंगे और सरकार के इस फैसले पर अपना निर्णय लेकर आगे की रणनीति बनाएंगे. फिलहाल 22 जनवरी तक हड़ताल का कोई भी फैसला नहीं लिया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : January 13, 2024, 15:51 IST