हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद पहली डॉलर बॉन्ड सेल लाएगा अडाणी-ग्रुप: अडाणी ग्रीन एनर्जी की विदेशी बैंकों के साथ बातचीत जारी, ₹4,153 करोड़ जुटाने की तैयारी

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मुंबई4 घंटे पहले

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अडाणी ग्रुप डॉलर बॉन्ड के जरिए 50 करोड़ डॉलर यानी करीब 4,153 करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेश में बॉन्ड जारी करने के लिए अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड संबंधित पक्षों से बातचीत कर रही है। पिछले साल अडाणी ग्रुप के शेयरों को लेकर अमेरिकी एजेंसी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद कारोबारी ग्रुप का यह पहला विदेशी बॉन्ड होगा।

डील को लेकर विदेशी बैंकों के साथ बातचीत कर रही ग्रीन एनर्जी
मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी इस डील को लेकर कई विदेशी बैंकों के साथ बातचीत कर रही है, जिनमें एक अमेरिकी फर्म भी शामिल है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 6 फरवरी को कंपनी का शेयर 3.18% की बढ़त के साथ 1,721.65 रुपए पर बंद हुआ।

अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का मार्केट कैप 2.73 लाख करोड़ रुपए है।

अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का मार्केट कैप 2.73 लाख करोड़ रुपए है।

अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के बॉन्ड की बिक्री इसी साल होगी
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के बॉन्ड की बिक्री इसी साल होगी। हालांकि, इसको लेकर समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और शर्तों में अब भी बदलाव हो सकता है। अडाणी ग्रुप के स्पोक्सपर्सन ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।

हिंडनर्ग रिसर्च ने ग्रुप पर​​​​​ स्टॉक में गड़बड़ी का आरोप लगाया था
हिंडनर्ग रिसर्च के अडाणी ग्रुप पर फर्जीवाड़ा और स्टॉक में गड़बड़ी का आरोप लगाने के बाद ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

जनवरी 2023 में ग्रुप को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और ACC लिमिटेड की खरीद के लिए कर्ज की रिफाइनेंसिंग के लिए हो रही बातचीत अटक गई थी। हालांकि, बाद में अडाणी ग्रुप ने 3.5 बिलियन डॉलर के फंडिंग पैकेज को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया था।

पोर्ट से पावर तक में एक्टिव इस बिजनेस ग्रुप ने पिछले एक साल में अपना कर्ज कम करने के साथ-साथ कई अहम प्रोजेक्ट्स को भी पूरा किया है। जिससे निवेशकों और लेंडर्स का भरोसा बहाल करने में कंपनी को सफलता मिली है। इस दौरान ग्रुप के स्टॉक और बॉन्ड ने भी काफी हद तक भरपाई की है।

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