हाइलाइट्स
हार्ट अटैक से बचने के लिए लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए.
समय-समय पर हार्ट का रेगुलर चेकअप कराना भी बेहद जरूरी होता है.
All About Heart Attack: वर्तमान समय में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. आम लोगों से लेकर सेलिब्रिटीज तक हार्ट अटैक की वजह से जान गंवा रहे हैं. पिछले कई सालों में यह खतरनाक ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है. गलत लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खान-पान, स्मोकिंग और एल्कोहल की वजह से हार्ट अटैक की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इससे बचाव करना बेहद जरूरी हो गया है. दिल का दौरा एक खतरनाक कंडीशन है, जिसमें अधिकतर लोग जान गंवा देते हैं. हालांकि हार्ट अटैक के बाद अगर मरीज को तुरंत मेडिकल सहायता मिल जाए, तो उसकी जान बचाई जा सकती है. कार्डियोलॉजिस्ट से जानेंगे कि हार्ट अटैक के बाद लोगों को क्या करना चाहिए और किस तरह जान बचाई जा सकती है.
ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग में एडिशनल डायरेक्टर डॉ. विवेक टंडन के अनुसार दिल का दौरा पड़ने के बाद पहले 60 मिनट के भीतर मरीज को अस्पताल पहुंचाने से उसकी जान बचाई जा सकती है. दिल का दौरा पड़ने के बाद के 60 मिनटों को ‘गोल्डन ऑवर’ कहा जाता है. यह समय तेजी से इलाज शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण है. हार्ट अटैक के बाद दिल की मांसपेशियां 80-90 मिनट के भीतर खून न मिलने के कारण डेड होना शुरू हो जाती हैं.
इस दौरान इलाज शुरू न होने पर अगले छह घंटों के भीतर दिल पूरी तरह डैमेज हो जाता है. इससे लोगों की मौत हो जाती है. दिल का दौरा पड़ने के बाद जितना जल्दी खून की सप्लाई बहाल की जाएगी, उतना कम नुकसान हार्ट और अन्य अंगों को होगा. दिल का दौरा पड़ने के बाद इलाज के लिए मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए, लेकिन हार्ट अटैक के तुरंत बाद मरीज को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दिया जाए, तो यह मरीज के लिए जीवित रहने की संभावना को दोगुना कर देता है.
ऐसे लोगों को हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा
फोर्टिस हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग के एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. विवेक शामा के मुताबिक कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) सबसे कॉमन हार्ट डिजीज में से एक है और इससे मौत का खतरा बहुत ज्यादा है. डायबिटीज के मरीजों को कोरोनरी आर्टरी डिजीज होने का अधिक खतरा होता है. देश में किए गए कुछ अध्ययनों के अनुसार भारत में प्रति एक लाख जनसंख्या पर 272 हृदय रोगी हैं.
इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि कम उम्र में ही लोग हार्ट डिजीज के शिकार हो रहे हैं. लोगों के लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि वे फिट रहें, सही डाइट लें, हल्का व्यायाम करें और स्मोकिंग-शराब से दूरी बनाएं. धूम्रपान और शराब का सेवन करने वाले या गतिहीन जीवन शैली जीने वाले लोगों के अलावा, अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और फेफड़ों के फाइब्रोसिस वाले लोगों में हार्ट डिजीज विकसित होने की संभावना अधिक होती है.
यह भी पढ़ें- यह 1 कप चाय करेगी कमाल, 47% कम हो जाएगा डायबिटीज का खतरा, रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक भी हैरान
हार्ट अटैक से बचने के 5 तरीके
– हर दिन एक्सरसाइज करें और अपनी फिटनेस बेहतर बनाएं.
– पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें और जंक फूड अवॉइड करें.
– स्मोकिंग, शराब समेत किसी भी तरह का नशा करने से बचें.
– समय-समय पर अपने हार्ट का रेगुलर चेकअप जरूर कराएं.
– डायबिटीज, बीपी या फेफड़ों की दिक्कत हो, तो सतर्क रहें.
यह भी पढ़ें- सिर्फ 10 रुपये में मिल जाएगा हाई कोलेस्ट्रॉल से छुटकारा ! दवा की नहीं पड़ेगी जरूरत, यह स्वादिष्ट फल करेगा कमाल
.
Tags: Health, Heart attack, Lifestyle, Trending news
FIRST PUBLISHED : October 5, 2023, 10:42 IST