हाथी पर सवार होकर आएगी मां दुर्गा, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

वेद प्रकाश,उधम सिंह नगर: सनातन धर्म के पंचांग के अनुसार प्रत्येक साल में चार नवरात्र व्रत पड़ते हैं. जिसमें चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र पड़ते हैं, जबकि दो गुप्त नवरात्र पड़ते हैं. मान्यता है कि चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र के अवसर पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, और मनचाहे फल की प्राप्ति होती है.

नवरात्रि के अवसर मां दुर्गा धरती पर वास करती है, इसलिए हर नवरात्र में मां दुर्गा किसी ना किसी सवारी से धरती पर आती है. इस साल शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी. हाथी समृद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना जाता हैं, ऐसे में मां दुर्गा अपने साथ सुख, समृद्धि लेकर आएंगी. 24 अक्टूबर 2023 को दशमी के दिन मुर्गे पर सवार होकर जाएगी, ये वाहन दुःख और कष्ट का संकेत देता है.

न्यूज 18 लोकल से बातचीत करते हुए उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के वरिष्ठ पुजारी पंडित शंभू नाथ चौबे ने बताया कि पंचांग के अनुसार इस साल शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर 2023 दिन सोमवार से प्रारंभ होगा जबकि 24 अक्टूबर 2023 दिन मंगलवार को समाप्त होगा. इस साल शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएगी ये एक अच्छा संकेत है. और मुर्गे पर सवार होकर वापस जाएगी. मुर्गों पर सवार होना अच्छे संकेत नहीं है.

उन्होने बताया कि शारदीय नवरात्र के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त और सुबह 11:44 बजे से 12:30 बजे तक अभिजीत मुहूर्त कलश स्थापित करना काफी लाभकारी होगा. 24 अक्टूबर 2023 को 06:27 बजे बाद किया जाएगा.

शारदीय नवरात्रि 15 से 24 अक्टूबर 2023 तक रहेगा

मां शैलपुत्री: 15 अक्टूबर 2023
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा: 16 अक्टूबर 2023
मां चंद्रघंटा की पूजा: 17 अक्टूबर 2023
मां कूष्मांडा की पूजा: 18 अक्टूबर 2023
मां स्कंदमाता की पूजा: 19 अक्टूबर 2023
मां कात्यायनी की पूजा: 20 अक्टूबर 2023
मां कालरात्रि की पूजा: 21 अक्टूबर 2023
मां सिद्धिदात्री की पूजा: 22 अक्टूबर 2023
मां महागौरी की पूजा: 23 अक्टूबर 2023
विजयादशमी- 24 अक्टूबर 2023

Tags: Dharma Aastha, Durga Pooja, Navratri, Religion 18

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