मोहन ढाकले/बुरहानपुर: देश की बड़ी केला मंडियों में से एक और मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी केला मंडी बुरहानपुर में है. यह मंडी अब हाईटेक हो गई है. यहां व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई बदलाव किए गए हैं, ताकि व्यापारियों को बिक्री में आसानी हो सके. अब यहां पर ऑनलाइन अनुज्ञा पत्र मिलाना शुरू हो गए हैं.
ऑनलाइन अनुज्ञा पत्र मिलने से व्यापारियों के समय की बचत हो रही है. पहले केले की गाड़ी मंडी पहुंचती थी, जहां से पत्र प्राप्त होते थे. लेकिन, अब व्यापारियों को मोबाइल पर अनुज्ञा पत्र प्राप्त हो रहे हैं. इसके लिए एक प्रतिशत टैक्स व्यापारियों से लिया जाता है. अनुज्ञा पत्र प्राप्त होने पर मंडी प्रशासन केले से भरी गाड़ी को नहीं रोकता है.
फरवरी के दूसरे सप्ताह से व्यवस्था लागू
कृषि उपज मंडी प्रभारी सचिव शर्मिला निनामा ने बताया कि 6 सितंबर 2023 को शासन की ओर से निर्देश प्राप्त हुए थे. इस प्रक्रिया को पूरा कर फरवरी माह के दूसरे सप्ताह से ऑनलाइन अनुज्ञा पत्र दिए जा रहे हैं. इससे व्यापारियों के समय की बचत हो रही है. समय पर व्यापारियों का माल भी पहुंच रहा है. व्यापारी भी समय पर टैक्स जमा कर दे रहे हैं. अभी और भी कई प्रयोग किए जाएंगे. जिले से करीब 10 हजार क्विंटल केला मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब में सप्लाई होता है. सीजन के समय 25 से 30 हजार क्विंटल केले की आवक होती है.
केला व्यापारियों ने बताया अच्छी पहल
केला व्यापारी दिनेश शर्मा ने कहा कि मंडी प्रशासन द्वारा ऑनलाइन अनुज्ञा पत्र दिए जा रहे हैं, यह एक अच्छी पहल है. इससे हमारे समय की बचत हो रही है. पहले हम को मंडी में केले से भरी गाड़ी लेकर पहुंचना पड़ता था, जिसके बाद अनुज्ञा पत्र मिलते थे.
अनुज्ञापत्र नहीं होने पर होती है कार्रवाई
आगे बताया कि अगर व्यापारी बिना अनुज्ञा पत्र के केले की गाड़ी भरकर अन्य राज्य पहुंचता है तो ऐसे में यदि मंडी प्रशासन द्वारा गाड़ी को पकड़ लिया जाता है तो उस पर 10% टैक्स की कार्रवाई की जाती है. इसलिए व्यापारी इस कार्रवाई से बचने के लिए पहले ही अनुज्ञा पत्र प्राप्त करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 13:22 IST