देशभर के 9 राज्यों के कई शहरों में बढ़ते औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के मामले पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) में सुनवाई हुई. इस मामले की सुनवाई के दौरान एनजीटी ने कई राज्य सरकारों को फटकार लगाई क्योंकि उनके यहां पर वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम ही नहीं थे. कई राज्य सरकारों से एनजीटी ने जवाब दाखिल करने को कहा है. वहीं इस मामले की सुनवाई के दौरान एनजीटी ने कहा कि हर किसी को पंजाब से समस्या है और आप लोगों ने पंजाब के किसानों को विलेन बना दिया है.
ट्रिब्यूनल ने वायु प्रदूषण के मामले की सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में वायु प्रदूषण से हालात बेहद खराब है और वहां कोई सुधार नहीं हुआ है. एनजीअी ने कहा कि गाजियाबाद में बीते कई दिनों से वायु गुणवता खराब है. गाजियाबाद को इंडस्ट्रियल सिटी है और बुलंदशहर में इंडस्ट्री कम है फिर भी वहां वायु प्रदूषण से हालात खराब है. यूपी सरकार के वकील से कोर्ट में ही गाजियाबाद का AQI चेक करने को कहा. एनजीटी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा कौन सा शहर है, गौतमबुद्ध नगर सा शहर है जहां नोएडा और ग्रेटर नोएडा है. ट्रिब्यूनल ने कहा कि बुंदेलखंड में भी वायु प्रदूषण से हालात बेहद खराब है, किसी भी शहर में वायु प्रदूषण से सुधार नहीं हैं.
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एनजीटी ने कहा कि नवंबर के महीने में प्रदूषण गंभीर होता है, लेकिन कोई ऐक्शन तो लेना चहिए. ट्रिब्यूनल ने कहा कि यूपी में भी पराली जलाई जा रही है और बीते दो दिन में 900 ज़्यादा घटना हुई है. एनजीटी ने यूपी सरकार के जवाब पर खिंचाई करते हुए कहा कि पंजाब से किस तरह से पराली का धुआं यूपी आ रहा है. अगर खुर्जा तक हवा जा रही है तो अलीगढ़ तक कैसे रुक जाती है. एनजीटी ने कहा कि बुलंदशहर में पराली जलाई जा रही है, क्या वहां पर पराली जलाने पर कोई कार्रवाई की गई? एनजीटी ने कहा कि हर किसी को पंजाब से समस्या है आप लोगों ने पंजाब के किसानों को विलेन बना दिया है. ट्रिब्यूनल से यूपी सरकार ने विस्तृत जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा है. एनजीटी ने कहा कि समय के साथ हालात अपने आप सही हो जाएंगे.
पंजाब सरकार ने कहा, अगले हफ्ते होगा हवा में सुधार
एनजीटी ने कहा है कि अमृतसर, भटिंडा, लुधियाना समेत पंजाब से ज़्यादातर शहरों में वायु प्रदूषण में सुधार नहीं हुआ है. पंजाब सरकार ने कहा कि अभी भी पराली जा रही है, सुप्रीम कोर्ट ने पराली को लेकर निर्देश दिया है. एनजीटी ने कहा कि यह जो इंडस्ट्रियल शहर हैं, वहां पर प्रदूषण का मतलब है कि वहां पर इंडस्ट्रिज सही से काम नहीं कर रही है, आपने किसी इंडस्ट्री के खिलाफ की कार्रवाई नहीं की है. पंजाब सरकार ने कहा कि पंजाब में प्रदूषण की मुख्य वजह पराली रही है, अभी हम उससे निपटने के लिए काम कर रहे हैं. एनजीटी ने कहा है कि पंजाब की इंडस्ट्री वाले शहरों में पराली प्रदूषण की वजह नहीं है, वहां पर इंडस्ट्री से होने वाला प्रदूषण ही वायु प्रदूषण की मुख्य वजह है. ट्रिब्यूनल ने कहा है कि पंजाब में वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हो रहा है, अगर आप कोई कदम उठा रहे हैं तो वायु गुणवत्ता में सुधार क्यों नहीं हो रहा है? पंजाब सरकार ने कहा कि पंजाब में अगले हफ्ते तक वायु प्रदूषण में सुधार होने की संभावना है.
हरियाणा सरकार अपना एक्शन प्लान शेयर करें: हरियाणा
एनजीटी ने कहा कि हरियाणा के भिवानी, बहादुरगढ़ में वायु प्रदूषण से हालात खराब है. एनजीटी ने हरियाणा सरकार से कहा कि बहादुरगढ़ में AQI 300 से ज़्यादा बना हुआ है, बल्लभगढ़ में भी हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है. करनाल, फतेहाबाद में भी वायु गुणवत्ता खराब है, यह इंडस्ट्री वाले शहर है, क्या किसी इंडस्ट्री पर कोई कार्यवाही की गई. हरियाणा सरकार ने कहा कि इंडस्ट्री के खिलाफ भी कार्यवाही की जा रही है, इंडस्ट्री औचक निरीक्षण किया जाता है. हरियाणा सरकार ने कहा कि पराली को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हमारे द्वारा उठाये गए कदम की सराहना की है. ट्रिब्यूनल ने हरियाणा सरकार के इंडस्ट्रियल सिटी में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उठाए गए कदम का एक्शन प्लान पेश करने को कहा है.
इंडस्ट्री के खिलाफ भी कार्यवाही भी की है: गुजरात सरकार
गुजरात सरकार ने कहा कि हम वायु प्रदूषण को कम करने के कठोर लिए कदम उठा रहे हैं. AQI 100 से 115 तक पहुंच गया है. एनजीटी ने कहा कि अंकलेश्वर में इंडस्ट्रियल प्रदूषण होता है, उसको कंट्रोल किया जा सकता है. इंडस्ट्रियल प्रदूषण का मतलब है इंडस्ट्री सही से काम नहीं कर रही है. ट्रिब्यूनल ने कहा कि क्या इंडस्ट्री के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई, जहां पर वायु प्रदूषण में सुधार नहीं हो रहा है. गुजरात सरकार ने कहा कि हमने इंडस्ट्री के खिलाफ भी कार्यवाही भी की है. इंडस्ट्री को नोटिस जारी किया गया है.
पटाखों और पराली पर वायु प्रदूषण के लिए आरोप लगा रहे है: राजस्थान से एनजीटी ने कहा
एनजीटी ने कहा कि राजस्थान में प्रदूषण विभाग में आधी से ज़्यादा पोस्ट खाली है, बताइए एक दिन में कितने अधिकारी इंस्पेक्शन करते हैं. एनजीटी ने कहा कि राजस्थान के भी कई शहरों में वायु गुणवत्ता खराब बनी हुई है, बीकानेर में तो वायु गुणवत्ता बेहद खराब है. ट्रिब्यूनल ने कहा कि राजस्थान में वायु प्रदूषण कम करने के लिए हमारे आदेश के बाद क्या कदम उठाया गया है? ट्रिब्यूनल ने कहा कि राजस्थान में वायु प्रदूषण से हालात लगातार खराब हो रहे हैं. राजस्थान सरकार ने कहा कोटा में 200 से ज़्यादा इंडस्ट्री के खिलाफ कार्यवाही की गई है, कई इंडस्ट्री को बंद किया गया है. राजस्थान सरकार ने कहा कि बीकानेर, हनुमानगढ़, बूंदी समेत कई शहरों में इंडस्ट्री के खिलाफ कार्यवाही की गई है कई इंडस्ट्री को शोकॉज़ नोटिस जारी किया गया और कई को बंद किया गया. ट्रिब्यूनल ने कहा कि बीकानेर में 2004 इंडस्ट्री है, 34 को नोटिस जारी किया गया. क्या बाकी इंडस्ट्री सही से काम कर रही हैं? दौसा में 37 इंडस्ट्री में से किसी को नोटिस नहीं जारी किया गया. सिर्फ एक प्रतिशत इंडस्ट्री को नोटिस जारी किया गया है.
ट्रिब्यूनल ने वायु प्रदूषण के मामले में राजस्थान सरकार को फटकार लगाई है. राजस्थान सरकार से इंडस्ट्री के खिलाफ की गई कार्यवाही को लेकर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है. इस पर राज्य सरकार ने कहा कि राजस्थान में इंडस्ट्री के खिलाफ शो कॉज नोटिस जारी किया गया, लेकिन उसके बाद क्या कार्यवाही की गई? एनजीटी ने कहा कि इंडस्ट्री के खिलाफ क्या कानूनी कार्यवाही की गई? एनजीटी ने कहा कि सब पटाखों और पराली पर वायु प्रदूषण के लिए आरोप लगा रहे है, पटाखा तो दिवाली पर जलाया गया उससे पहले के वायु प्रदूषण के लिए कौन जिम्मेदार है.
चुनाव चल रहा है इसलिए संसाधन दूसरी जगह भी व्यस्त हैं: मध्य प्रदेश सरकार
मध्यप्रदेश में वायु प्रदूषण को लेकर एनजीटी ने चिंता जताई है. एनजीटी ने कहा है कि मध्यप्रदेश में वायु प्रदूषण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. मध्यप्रदेश सरकार के वकील से कहा कि क्या आप राज्य में अगली सरकार से वायु प्रदूषण पर कार्यवाही करने की उम्मीद कर रहे है? एनजीटी ने कहा कि मध्यप्रदेश में चुनाव के बाद वायु प्रदूषण बढ़ा है, क्या प्रदूषण विभाग के अधिकारियों को भी चुनाव की ड्यूटी में लगाया है? मध्यप्रदेश सरकार के वकील ने कहा कि हमारे यहां शिक्षकों को भी चुनाव की ड्यूटी में लगा दिया जाता है.
ट्रिब्यूनल ने कहा कि दो साल पहले पूरा भारत ऑक्सीजन के लिए लाइन में लगा था और आप फ्री की ऑक्सीजन को साफ नहीं कर पा रहे हैं. मध्यप्रदेश सरकार ने कहा राज्य में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कदम उठाया गया है लेकिन राज्य में चुनाव चल रहा है, इसलिए संसाधन दूसरी जगह भी व्यस्त हैं. मध्यप्रदेश सरकार ने कहा कि सड़कों पर छिड़काव को लेकर निर्देश जारी किया गया है. ट्रिब्यूनल ने कहा कि कंस्ट्रक्शन की गतिविधियां लगातार जारी है उसके लिए क्या कदम उठाया गया? एनजीटी ने कहा कि भोपाल, ग्वालियर में भी वायु प्रदूषण से हालात खराब है.
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Tags: Air pollution, NGT
FIRST PUBLISHED : November 22, 2023, 15:58 IST