प्रभासाक्षी के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने कहा कि ये टिप्पणियाँ वहां के ताजा घटनाक्रम के दौरान की गई हैं। हम इस पर ज्यादा कुछ टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में प्रभासाक्षी ने अमेरिकी चुनाव की रिपब्लिकन दावेदार के दिए बयान को लेकर सवाल किया। अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल भारतवंशी निक्की हेली ने कहा है कि भारत अमेरिका से अच्छे संबंध चाहता ही नहीं है इसलिए वो रूस से बहुत करीब संबंध बना रखा है इस बयान को लेकर प्रभासाक्षी के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने कहा कि ये टिप्पणियाँ वहां के ताजा घटनाक्रम के दौरान की गई हैं। हम इस पर ज्यादा कुछ टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल निक्की हेली ने कहा कि भारत अमेरिका का साझेदार तो बनना चाहता है लेकिन फिलहाल वह नेतृत्व करने के लिहाज से अमेरिकियों पर भरोसा नहीं करता। भारतीय-अमेरिकी हेली ने कहा कि वर्तमान के वैश्विक हालात में भारत ने बेहद चतुराई दिखाई है और रूस से नजदीकी संबंध को बनाए रखा। हेली ने फॉक्स बिजनेस न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि फिलहाल भारत अमेरिका को कमजोर मानता है। उन्होंने कहा कि मैंने भी भारत के साथ काम किया है। मैंने मोदी से बात की है। भारत हमारा साझेदार बनना चाहता है। वे रूस के साझेदार नहीं होना चाहते। एक प्रश्न के उत्तर में हेली में कहा कि समस्या यह है कि भारत को हमारी जीत पर संशय है, वह नेतृत्व के लिए हम पर भरोसा नहीं करते।
भारत ने हमेशा चतुराई से काम किया है और उसने रूस से करीबी संबंध बनाए रखा क्योंकि उन्हें वहां से काफी सैन्य साजो-सामान मिलता है। हेली ने कहा कि जब हम फिर से नेतृत्व करेंगे, जब हम खामियों को दूर करने का काम करेंगे, किसी समस्या या हालात को स्वीकारने में अनिच्छा को त्यागेंगे तभी हमारे मित्र भारत,ऑस्ट्रेलिया,न्यूजीलैंड, इजराइल,जापान,दक्षिण कोरिया सभी ऐसा करेंगे।
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