नई दिल्ली: उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्कयारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने से 41 मजदूर उसमें फंस गए थे, अब सात दिन हो गए हैं. मजदूरों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है. शनिवार को उत्तर प्रदेश के अधिकारी अरुण कुमार मिश्रा ने ह्यूम पाइप के जरिए सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों से बात की.
इंडिया टुडे के अनुसार फंसे हुए मजदूरों की दबी हुई आवाजों ने अधिकारी से एक ही चीज का अनुरोध किया वह यह था कि उन्हें जल्दी बाहर निकाला लिया जाए. उन्होंने कहा कि उन्हें भोजन और पानी मिल रहा है, लेकिन अंदर की स्थिति खराब है. अरुण कुमार मिश्रा ने जब अंदर फंसे मजदूरों को बताया कि उनके परिवार के लोग भी घटनास्थल पर मौजूद हैं तो उन्होंने अपने परिवार के बारे में पूछा.
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रिपोर्ट के अनुसार फंसे हुए मजदूरों में से एक ने ड्रिलिंग कार्य की प्रगति के बारे में पूछा और किस प्रकार की मशीनों का उपयोग किया जा रहा है उसके बारे में भी पूछा. अरुण मिश्रा ने मजदूरों को आश्वासन दिया कि बचाव कार्यों के लिए सर्वोत्तम तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने मजदूरों को बताया कि ड्रिलिंग दो तरीकों के होरिजेंटल और वर्टिकल का उपयोग करके फिर से शुरू होगी.

मालूम हो कि वर्टिकल ड्रिलिंग का उपयोग करके, अधिकारी पहाड़ की चोटी से मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. सीमा सड़क संगठन (BRO) के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि उन्होंने सुरंग के शीर्ष पर एक बिंदु की पहचान की है जहां से वर्टिकल ड्रिलिंग जल्द ही शुरू होगी. उन्होंने कहा कि यह ट्रैक लगभग 1,000 से 1,100 मीटर लंबा है और उनकी कैलकुलेशन के अनुसार, यह रविवार दोपहर तक तैयार हो जाना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : November 19, 2023, 07:33 IST