अभिनव कुमार/दरभंगा. संकटमोचन हनुमानजी कलयुग के सबसे प्रभावशाली देवता माने जाते हैं. इनकी आराधना मात्र से कई रोग और कष्ट दूर हो जाते हैं. ऐसे में इनकी जयंती पर आप विशेष पूजा कर मनवाछित फल पा सकते हैं. इस विशेष जानकारी देते हुए ज्योतिषाचार्य डॉ.कुणाल कुमार झा बताते हैं कि हनुमान जी की जयंती को लेकर लोगों में संशय बना हुआ है. विभिन्न तरह के पंडित इस पर अपना-अपना पक्ष रख रहे हैं. साल में दो बार हनुमंत जयंती मनाई जाती है. इस बार यह 11 नवंबर को है.
KSDSU केउत्तर ज्योतिष विभाग के विभाग के अध्यक्ष डॉ.कुणाल कुमार झा बताते हैं कि हनुमंत जयंती खासकर के वायु पुराण में कहा गया है और उसमें प्रमाण भी दिया गया है जो कार्तिकस्यासिते पक्षी स्वात्यं और कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में, भोमे चतुर्दशी मेष लग्ने अंजनीग र्भात स्वयं जातो हर: शिवा: और हनुमान जी जो है उनकी उत्पत्ति शिव के अंश से ही हुआ है. इसलिए चतुर्दशी तारीख को हनुमान जी का जन्म हुआ. इसी दिन हनुमान जन्म उत्सव मनाना चाहिए. इस दिन हनुमान जी का खोर्चो उपचार पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. उनकी आराधना करनी चाहिए हनुमंत ध्वज दान का विशेष महत्व होता है. इसका प्रमाण भी वायु पुराण में दिया हुआ है. इस साल हनुमान जी का जन्म उत्सव 11 नवंबर को मनाया जाएगा.
डॉ.कुणाल आगे बताते हैं कि वायु पुराण के अनुसार हनुमान जी को रुद्र यानी महादेव का अवतार माना गाय है. इनकी आराधना से शनि का दोष भी दूर होता है. साथ ही भूत, प्रेत के साथ कोई भी असाध्य रोग से मुक्ती मिलती है. ऐसे में इस हनुमान जयंती आप इनको खुश कर मनवांछित फल पा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 8, 2023, 18:59 IST