हजारों साल पुराना है हनुमान जी का यह मंदिर, यहां 7 दिन परिक्रमा करने से पूरी होती है मनोकामना!

आकाश गौर/मुरैना :जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर गैपरा गांव में वनखंडी सरकार निखिल धाम आश्रम बना हुआ है. यह मंदिर हनुमान जी का हजारों साल पुराना मंदिर है. यहां हर 7 शनिवार या मंगलवार को परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामना भी पूर्ण होती है.
यहां इस मंदिर प्रांगण में एक ऐसी शिव प्रतिमा का अनावरण कराया गया है जो कि जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. बता दें कि इस मंदिर प्रांगण में इस शिव प्रतिमा का अनावरण 2003 में कराया गया है यह शिव प्रतिमा कांच जैसी प्रतीत होती है, लेकिन यह कांच की नहीं है.पुजारी बताते है कि यह स्फटिक की प्रतिमा है और इसके दर्शन करने वाले और पूजा अर्चना करने वालों को बराबर लाभ मिलता है.

देश विदेश से आते है श्रृद्धालु

पुजारी बताते है कि यहां देश विदेश से श्रृद्धालु आते है और दर्शनों का लाभ पाते है. यहां बड़े बड़े भंडारे और आयोजन किए जाते है. इतना ही नहीं इस मंदिर का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो चुका है.

क्या है स्फटिक ज्योतिष में

स्फटिक को हीरे का उपरत्न कहा जाता है जो कि बर्फ के पहाड़ों में बर्फ के टुकड़े के रूप में पाया जाता है. कांच की तरह दिखने वाले स्फटिक से बनी देवी देवताओं की मूर्ति और माला न केवल पूजा के शुभ फलों को शीघ्र दिलाने में सहायक होती है. पुजारी ने बताया कि इस स्फटिक में भगवान भोलेनाथ का वर्णन पुराणों में बताया जाता है. स्फटिक में भगवान भोलेनाथ का निवास होता है.

हजारों साल पुरानी हनुमान जी की प्रतिमा
इस मंदिर में हजारों साल पुरानी प्रतिमा मौजूद है. जिसके दर्शन करने के लिए लोग आते है. इस हनुमान जी की प्रतिमा के 7 शनिवार या मंगलवार को परिक्रमा और दर्शन करने से मन चाहा फल मिलता है.
इस मंदिर का निर्माण वर्तमान समय में चल रहा है और खास बात यह है कि इस मंदिर में उसी पत्थर का इस्तेमाल किया जा रहा है जो कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में हो रहा है.

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FIRST PUBLISHED : September 24, 2023, 15:13 IST

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