
हज यात्रा
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काशी से काबा की उड़ानें क्या बंद हुईं, यहां से हज पर जाने वाले जायरीन की संख्या भी कम हो गई। इस बार हज आवेदन में करीब 40 फीसदी की कमी आई है। आलम ये है कि आवेदन इतने कम आ रहे हैं कि जिले का कोटा भी नहीं भर पा रहा है। हजयात्रा-24 के लिए इस बार जिले से 571 ने आवेदन किया है और सभी का चयन भी हो गया है।
वाराणसी इंबार्केशन से पूर्वांचल के 16 जिलों के जायरीन हज के मुकद्दस सफर पर जाते थे। काशी से काबा जाने के लिए दस हजार से अधिक आवेदन किए जाते थे। लॉटरी में काफी आवेदक बाहर हो जाते थे। उस वक्त पूर्वांचल से 3500 से पांच हजार से अधिक जायरीन हजयात्रा पर जाते थे। इस बार पूर्वांचल के 16 जिलों के 3003 जायरीन आवेदन किए हैं। सोमवार को निकली लॉटरी में सभी चयनित हो गए।
कोविड के दौरान जब वाराणसी इंबार्केशन से उड़ानें बंद हुईं तो आवेदन अपने आप कम होने लगे। अब तो जिले का कोटा भी नहीं भर पा रहा है। जो लोग हज के लिए आवेदन कर रहे हैं, सभी का चयन भी हो जा रहा है। इसके पीछे वजह ये है कि लखनऊ और दिल्ली से उड़ानें होने की वजह से हज का खर्च बढ़ जा रहा है। इसके अलावा हजयात्रा भी साल दर साल महंगी होती जा रही है।