स्टार्टअप पूर्णिया को लेकर DM की अनोखी पहल,120 युवक-युवतियों के लिए यह बड़ा काम

पूर्णिया. बिहार के पूर्णिया जिले के डीएम कुंदन कुमार शिक्षक की भूमिका में नजर आए. बेतिया के चनपटिया को स्टार्टअप जोन बनाने के बाद अब डीएम कुंदन कुमार ने स्टार्टअप पूर्णिया की शुरुआत कर दी है. इसके लिए डीएम ने समाहरणालय में करीब 120 युवक युवतियों के साथ संवाद किया. उन्हें ड्रोन टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी. डीएम के इस क्लास से स्टूडेंट भी काफी खुश और उत्साहित नजर आए.

स्टार्टअप जॉन चनपटिया बनाकर प्रधानमंत्री से अवार्ड पा चुके पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार इन दिनों स्टार्टअप पूर्णिया बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने आईआईटी रूडकी से लेकर आईआईटी असम तक के विशेषज्ञों को बुलाकर पूर्णिया के युवक युवतियों को प्रशिक्षण दिलाया. इसके अलावा कई बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने आकर यहां के युवकों को प्रशिक्षण के साथ जाब देने और स्टार्टअप में मदद देने की शुरुआत भी कर दी है.

शनिवार को डीएम ने समाहरणालय में छात्रों को ड्रोन तकनीक और एआई के साथ स्टार्टअप को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई. इस दौरान डीएम ने लड़के लड़कियों से बात कर उन्हें ड्रोन का प्रशिक्षण भी दिया. न्यूज़ 18 से खास बात करते हुए डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि राज्य सरकार स्टार्टअप को लेकर कई योजनाएं चला रही है. इसके तहत वे स्टार्टअप पूर्णिया बनाने जा रहे हैं, जिसमें यहां के युवाओं को आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक, एआई, ड्रोन तकनीक से लेकर कई तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

इसके लिए यूथ कनेक्ट के साथ-साथ कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. ताकि ये युवा आत्मनिर्भर बन सके. इसमें से कई ऐसे युवक युवतियां हैं जो खुद का स्टार्टअप करना चाहते हैं. इसके लिए उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी. उन्होंने कहा कि आईआईटी रुड़की द्वारा पूर्णिया के जिला स्कूल में जल्द ही लैब खोला जाएगा, जहां कई तरह के प्रशिक्षण दिए जाएंगे. उन्होंने कहा की स्टार्टअप के माध्यम से युवा न सिर्फ आत्मनिर्भर बनेंगे बल्कि जाब क्रिएटर भी बनें.

वहीं शिक्षक की भूमिका में डीएम की क्लास से छात्र-छात्राएं भी काफी उत्साहित थे. छात्रों ने कहा कि डीएम अंकल ने उन लोगों को एक शिक्षक की तरह सिखाए की कैसे आधुनिक तकनीक का उपयोग कर वह स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं. छात्र हर्ष राज, श्री लक्ष्मी और मुस्कान परवीण ने कहा कि डीएम अंकल के सहयोग से उन्हें आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों द्वारा ड्रोन का प्रशिक्षण दिया गया. ड्रोन का कृषि से लेकर अन्य क्षेत्रों में कैसे उपयोग हो इस बाबत लोगों ने काफी कुछ सीखा है. इसको आगे अपने जीवन में उतारेंगे. कई ने तो इस क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करने की भी बात कही. इस दौरान सभी छात्रों को आईआईटी रुड़की द्वारा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी दिया गया.

पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार की इस अनोखी पहल ने छात्रों में स्टार्टअप पूर्णिया शुरू करने को लेकर एक नया उत्साह भर दिया है. एक तरफ जहां बिहार के लोग और यहां के युवा नौकरी के लिए अन्य प्रदेशों में जा रहे हैं. अगर डीम की ये पहल रंग लाई तो वह दिन-दूर नहीं जब स्टार्टअप पूर्णिया शुरू कर यहां के युवा भी जाब क्रिएटर बनेंगे.

Tags: Bihar News, Purnia news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *