ओम प्रकाश निरंजन / कोडरमा.देश के सबसे बड़े और राज्य के एकमात्र सैनिक स्कूल तिलैया का शनिवार को 60वां स्थापना दिवस डायमंड जुबली के रूप में मनाया गया. जहां कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन पहुंचे. मौके पर बड़ी संख्या में स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र भी स्मौजूद रहे.
कोडरमा के सैनिक स्कूल तिलैया को बने आज 60 साल पूरे हो गए हैं. इन 60 सालों में इस सैनिक स्कूल ने देश रक्षा के अलावे विभिन्न क्षेत्रों में अनगिनत कैडेटों को निखारने का कार्य किया है. स्कूल के डायमंड जुबली समारोह में पहुंचे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने भी स्कूल को देश और राज्य का गौरव बताया और कैडेटों को भविष्य की शुभकामनाएं दी.
60 वर्षों में कैडेट्स के चरित्र निर्माण में नहीं आया कोई बदलाव
गोल्डन जुबली समारोह को लेकर स्कूल में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. आकर्षक परेड का राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने निरीक्षण करने के बाद परेड की सलामी भी ली. राष्ट्रगान के साथ शुरू हुआ यह कार्यक्रम तकरीबन 3 घंटे तक चला. इस दौरान सेना के जवानों के द्वारा एअर शो दिखाया गया. वही रामगढ़ कैंट के जवानों ने आकर्षक और देशभक्ति धुनों से कार्यक्रम को गौरवशाली बनाया. कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने शहीद तिलैईयन्स को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.कार्यक्रम में पहुंचे 1975 बैच के कैडेट और वर्तमान में मेजर जनरल मनोज कुमार ने बताया कि आधारभूत संरचनाओं में बदलाव भले ही आया हो.लेकिन आज भी इस स्कूल में कैडेट के चरित्र निर्माण में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है और आज भी उसी जब्बे के साथ कैडेट देश रक्षा के लिए प्रेरित हो रहे हैं. लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत कर अपने पुराने दिनों को याद किया और स्कूल में बिताए अपने अनुभव को साझा किया.
सबसे अधिक एनडीए में चयनित होते हैं छात्र
देश का सबसे बड़ा सैनिक स्कूल होने के साथ-साथ स्कूल से हर साल सबसे ज्यादा कैडेट एनडीए के लिए चयन किए जाते हैं. इसके अलावे सिविल सर्विसेस और व्यावसायिक जगत में भी इस स्कूल के कैडेट पूरे देश में अपना परचम लहरा रहे हैं और यह सिलसिला अनवरत जारी है.
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FIRST PUBLISHED : September 16, 2023, 22:27 IST