सेल के इस्को संयंत्र के विस्तार पर 20,000-24,000 करोड़ रुपये निवेश की योजना

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संयुक्त उद्यम के लिए संभावित विदेशी साझेदारों के संबंध में देरी होने के बाद सेल ने आखिरकार स्वतंत्र रूप से फ्लैट स्टील विस्तार परियोजना शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अगले तीन-चार साल में पूरा होने की उम्मीद है।

कोलकाता। सार्वजनिक क्षेत्र की स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) अपने इस्को इस्पात संयंत्र में 40 लाख टन क्षमता की नई इकाई लगाने पर 20,000-24,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के बर्नपुर में स्थित इस्को के मौजूदा संयंत्र में वाहन क्षेत्र के लिए अत्याधुनिक फ्लैट हॉट रोल्ड कॉइल (एचआरसी) का उत्पादन करने की योजना है और इसे सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।

इस्को इस्पात संयंत्र के प्रभारी निदेशक बृजेंद्र प्रताप सिंह ने पीटीआई-से कहा, ‘‘हमें नई इकाई लगाने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। यह एपीआई और ऑटोमोटिव ग्रेड को लक्षित करते हुए फ्लैट एचआर कॉइल का उत्पादन करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस योजना को निदेशक मंडल की मंजूरी मिलनी अभी बाकी है लेकिन जल्द ही यह मिलने की उम्मीद है।’’
सिंह ने कहा कि वास्तविक पूंजीगत व्यय और निवेश के ब्योरे को निविदा प्रक्रिया के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा।

संयुक्त उद्यम के लिए संभावित विदेशी साझेदारों के संबंध में देरी होने के बाद सेल ने आखिरकार स्वतंत्र रूप से फ्लैट स्टील विस्तार परियोजना शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अगले तीन-चार साल में पूरा होने की उम्मीद है।
सेल की इकाई इस्को फिलहाल 26 लाख टन कच्चे इस्पात की क्षमता वाले संयंत्र का संचालन करती है। यहां पर 85-90 प्रतिशत कच्चे इस्पात को टीएमटी बार, वायर रॉड और भारी संरचनात्मक उत्पादों में बदला जाता है।

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