Share Market Update: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को बड़ी गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स 900 अंक से ज्यादा का गोता लगातार 73,000 अंक के नीचे आ गया. छोटी और मीडियम आकार वाली कंपनियों के शेयर में गिरावट और चौतरफा बिकवाली से बाजार लाल निशान के साथ बंद हुआ. जानकारों का कहना है कि पावर और मेटल शेयरों में नुकसान व विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार नीचे आया है. बाजार में प्रमुख सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी की शुरुआत आज सुबह बढ़त के साथ हुई थी. लेकिन दोपहर के कारोबार में बिकवाली के दबाव से सभी सूचकांक नुकसान में रहे.
इन शेयरों में आई गिरावट
कारोबारी सत्र के अंत में 30 शेयर पर आधारित सेंसेक्स 906.07 अंक गिरकर 72,761.89 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 1,152.25 अंक तक लुढ़क गया था. 50 शेयरों पर बेस्ड नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 338 अंक की गिरावट के साथ 21,997.70 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स के शेयरों में पावर ग्रिड में सबसे ज्यादा 7 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई. इसके अलावा एनटीपीसी, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारती एयरटेल, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज और हिंदुस्तान यूनिलीवर भी नुकसान में रहे.
इन शेयरों में रही तेजी
बाजार की गिरावट के बीच जो शेयर आज फायदे में रहे उनमें आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, नेस्ले, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ग्लोबल मार्केट में तेजी के रुख के उलट छोटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार में गिरावट आई है. इस दौरान बीएसई ‘स्मॉलकैप’ सूचकांक 5.11 फीसदी और ‘मिडकैप’ सूचकांक 4.20 प्रतिशत नीचे आया. दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में जबकि जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे.
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा. अमेरिकी बाजार में मंगलवार को तेजी थी. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 73.12 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.09 प्रतिशत चढ़कर 82.81 डॉलर प्रति बैरल पर रहा. विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से देश की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि इस साल जनवरी में धीमी पड़कर 3.8 प्रतिशत रही. (इनपुट भाषा)