सूरज की किरणों से बिजली उत्पादन का क्रेज,यहां बढ़ रहा सोलर पैनल लगाने का काम

अभिलाष मिश्रा/ इंदौर :हरियाली संरक्षण के साथ ही ग्रीन एनर्जी के लिए शहर व अंचल के आम लोगों में रूचि बढ़ रही है. शहर में अब 6 हजार से ज्यादा और बिजली वितरण कंपनी क्षेत्र में 10 हजार स्थानों पर सूरज की किरणों से बिजली उत्पादन हो रहा है. यह मप्र में सबसे ज्यादा भी हैं.

रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना के माध्यम से अपने घर, परिसर, दुकान, कारखाने, कार्यालय की छत पर सोलर पैनल्स लगाकर बिजली बनाने वाले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं.इंदौर मध्य शहरी क्षेत्र, सुपर कॉरिडोर, बायपास आदि को मिलकर 6100 स्थानों पर ग्रीन एनर्जी जनरेशन हो रहा है. शहर और आसपास में कुल 90 मैगावाट क्षमता की पैनल्स आमलोगों के परिसरों, शासकीय परिसरों आदि में लगाई गई हैं.

130 मैगावाट बिजली का उत्पादन-
वहीं मालवा और निमाड़ अंचल में 10 हजार स्थानों पर लगे रूफ टॉप सोलर नेट मीटरों से संबंधित पैनल्स की कुल क्षमता 130 मैगावाट के करीब हो गई हैं. यह ग्रीन एनर्जी के प्रति आम लोगों के समर्पित भावना की प्रतीक भी है.मालवा क्षेत्र में कुल 9000 स्थानों पर इस तरह बिजली उत्पादन हो रहा है, वहीं निमाड़ के चारों जिलों 1000 स्थानों पर रूफ टॉप सोलर नेटमीटर कार्यरत हैं. निम्न दाब बिजली कंपनी में टॉप 5 उपभोक्ताओं की बात की जाए तो इंदौर शहर व बिजली कंपनी के करीब 9600 उपभोक्ता इस तरह की एनर्जी में रूचि दिखा रहे है, वहीं 400 के करीब उच्चदाब उपभोक्ता भी अपने परिसर, भवन आदि पर रूफ टॉप सोलर नेट मीटर के माध्यम से एनर्जी जनरेट कर रहे हैं.

दो सौ फीट से 10 हजार फीट तक
बिजली कंपनी क्षेत्र में मौजूदा उपभोक्ता 200 वर्ग फीट में अपनी छत पर भी रूफ टॉप सोलर नेट मीटर के माध्यम से बिजली उत्पादन योजना से जुड़े है, वहीं जहां 10 हजार वर्ग फीट के स्थान है, वहां भी बिजली तैयार की जा रही है, ये स्थान औद्योगिक क्षेत्र, स्कूल, कॉलेज, स्टेशन, एयरपोर्ट इत्यादि हैं.अमित तोमर, एमडी मप्र पक्षेविविक इंदौर बताते हैं की इंदौर शहर वा इसके आसपास-6100 स्थान,उज्जैन जिला में 1280 स्थान, रतलाम जिला में 425 स्थान वा खरगोन जिला में 330 स्थान साथ ही धार जिला में 280 स्थान रूफ टॉप सोलर नेट मीटर के तहत ग्रीन एनर्जी बढ़ाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने में इंदौर क्षेत्र के आम लोगों का उत्साह प्रशंसनीय है. इस तरह प्राकृतिक रूप से बिजली बनाने से न केवल बिल कम हो रहा है, बल्कि हरियाली संरक्षण को भी बढ़ावा मिल रहा है. इंदौर स्मार्ट सिटी के उपभोक्ता इस दिशा में सबसे ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं.

Tags: Indore news, Local18, Madhya pradesh news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *