‘सुप्रिया को भेजेंगे गाजा में लड़ने के लिए…’, फिलिस्तीन मुद्दे पर हिमंता सरमा ने कसा शरद पवार पर तंज

इजरायल-हमास जंग लगातार जारी है. इसी बीच फिलिस्तान का समर्थन करने वाले एनसीपी चीफ शरद पवार पर असम सीएम हिमंता सरमा ने तंज कसा हैं. उन्होंने कहा कि है कि क्या वह सुप्रिया सुले को हमास की तरफ लड़ने के लिए गाजा भेजेंगे. बता दें कि इजरायल हमास जंग में शरद पवार ने फिलिस्तीन का सपोर्ट किया था. जिसके बाद बीजेपी ने उनकी कड़ी आलोचना की थी. एएनआई से बता करते हुए सरमा ने कहा, “मुझे लगता है कि शरद पवार सुप्रिया मैडम (सुले) को हमास के लिए लड़ने के लिए गाजा भेजेंगे.”

पीवी नरसिम्हा सरकार में 1991 से 1993 तक शरद पवार रक्षा मंत्री रह चुके हैं. बीते दिनों उन्हांेने कहा था कि उन्हें विश्वास नहीं है कि भारत सरकार ने हमास के साथ युद्ध के दौरान 100 प्रतिशत इजरायल का पक्ष लिया है. इससे पहले, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पवार के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “इस सड़ी हुई मानसिकता को रोकना होगा.” एक्स पर एक पोस्ट में, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह बहुत परेशान करने वाला है, जब शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता इजरायल में आतंकवादी हमले पर भारत के रुख पर “बेतुके” बयान देते हैं.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी पवार के गैरजिम्मेदाराना बयान की निंदा की. उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता के लिए राजनीतिक संबद्धता या व्यक्तिगत राय के बावजूद आतंकवाद के खिलाफ एक एकीकृत मोर्चे की आवश्यकता है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पवार ने कहा कि इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दा “गंभीर और संवेदनशील” है, और अफगानिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य देशों जैसे मुस्लिम देशों के विचारों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.

हमास द्वारा घुसपैठ शुरू करने के एक दिन बाद 8 अक्टूबर को, प्रधान मंत्री मोदी ने इजराइल के साथ एकजुटता व्यक्त की और “आतंकवादी” हमलों की निंदा की थी. पीएम माेदी ने कहा कि इजरायल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा सदमा लगा है. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. हम इस कठिन समय में इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं.

10 अक्टूबर को, मोदी ने अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि भारत के लोग आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी और स्पष्ट निंदा करते हुए उनके देश के साथ मजबूती से खड़े हैं. विदेश मंत्रालय ने इजरायली शहरों पर हमास के हमलों को “आतंकवादी हमले” के रूप में वर्णित किया है, लेकिन भारत की दीर्घकालिक स्थिति की भी पुष्टि की है, जिसमें इजरायल के साथ शांति से रहने वाले फिलिस्तीन के “संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य” देश की स्थापना के लिए बातचीत की वकालत की गई है.

Tags: Hamas attack on Israel, Himanta biswa sarma, NCP chief Sharad Pawar



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