सुखदेव सिंह हत्याकांड: आखिरकार 28 घंटे बाद टूटा गतिरोध, मांगों पर बनी सहमति

हाइलाइट्स

सुखदेव सिंह हत्याकांड अपडेट
परिजनों ने दर्ज कराई आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट
अब एनआईए करेगी सुखदेव सिंह हत्याकांड की जांच

विष्णु शर्मा/ रोशन शर्मा.

जयपुर. राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद पैदा हुआ गतिरोध आखिरकार 28 घंटे बाद टूट गया है. गोगामेड़ी के परिजनों ने रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पुलिस प्रशासन और सुखदेव सिंह के परिजनों तथा समाज के लोगों के बीच कई दौर की बातचीत होने के बाद मामला पटरी पर आया. वार्ता में कुछ प्रमुख मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजन एफआईआर लिखवाने के लिए तैयार हुए.

प्रमुख मांगों में से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाने और एक परिजन को सरकारी नौकरी की मांग सहमति बनी है. इसके अलावा हत्याकांड की जांच एनआईए से करवाने की मांग भी मान ली गई है. उसके बाद अब शव का पोस्टमार्टम करवाए जाने पर भी सहमति बन गई है. लेकिन परिजन अभी भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े हुए हैं. जयपुर के मेट्रो मास अस्पताल के आगे अभी भी हजारों की तादाद में लोग जुटे हुए हैं.

Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: 28 घंटे बाद टूटा गतिरोध, दर्ज हुई FIR, इन मांगों पर बनी सहमति

पुलिस कमिश्नर सीएस के पास ले गए समाज का डिमांड ड्राफ्ट
इससे पहले जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ राजपूत समाज की डिमांड का ड्राफ्ट लेकर मेट्रो मास अस्पताल से मुख्य सचिव के पास गए थे. वहीं करणी सेना के महिपाल सिंह मकराना ने मांगों को लेकर लिखित सहमति नहीं मिलने पर चक्का जाम करने की चेतावनी दी थी. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के परिजनों ने पूरे केस को लेकर पुलिस प्रशासन के सामने 8 मांगें रखी थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी मागों पर मौखिक सहमति तो बन गई थी. लेकिन परिजन लिखित सहमति पर ही आगे कदम उठाने की बात पर अड़ गए थे.

एसआईटी का गठन भी किया जा चुका है
इससे पहले पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने पूरे मामले की जांच के लिए ADG क्राइम दिनेश एमएन के सुपरविजन में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर दी थी. उसके बाद एडीजी दिनेश एमएन ने श्याम नगर जाकर घटनास्थल पर मौका मुआयना किया. उनके साथ एसआईटी टीम में शामिल सीआईडी सीबी पुलिस अधीक्षक करण शर्मा, अतिरक्त पुलिस अधीक्षक विद्याप्रकाश और एसीपी (जयपुर पूर्व) संजीव भटनागर और हैडकांस्टेबल नरेंद्र सिंह की टीम भी वहां पहुंची.

Tags: Jaipur news, Rajasthan news

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