अंकित कुमार सिंह/सीवान. लिच्छवी और शहीद एक्सप्रेस का परिचालन शुरू होने से यात्रियों में काफी खुशी देखी जा रही है. इन ट्रेनों के शुरू होने से सफर काफी आसान हुआ है. हालांकि, यात्रियों के लिए परेशानी का सबब फर्स्ट क्लास बोगी बना हुआ है. क्योंकि स्लीपर क्लास की बोगियों को कम कर दिया गया है और उसके स्थान पर फर्स्ट क्लास बोगियों को लगा दिया गया है. इस वजह से स्लीपर के लिए रिजर्वेशन कराने में यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. स्लीपर की बोगियों के कम होने से यात्रियों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ रहा है.
स्लीपर में नहीं मिल रहा रिजर्वेशन
सीवान रेलवे स्टेशन से लिच्छवी एक्सप्रेस और शहीद एक्सप्रेस से आवागमन करने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ी हुई है. क्योंकि, स्लीपर के कोच कम होने से यात्रियों का रिजर्वेशन स्लीपर क्लास में नहीं हो पा रहा है. उन्हें मजबूर होकर फर्स्ट क्लास का रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है. इसमें स्लीपर क्लास से अधिक पैसा लग रहा है. ऐसे में ट्रेन में बोगियों के कम होने का सीधा असर यात्रियों की जेब पड़ पड़ा है.
मालूम हो कि ये दोनों ट्रेनें लंबी दूरी तय करती है. इसमें लिच्छवी एक्सप्रेस जहां बरौनी-आनन्द बिहार टर्मिनल-बरौनी, तो शहीद एक्सप्रेस अमृतसर-जयनगर-अमृतसर के बीच चलती है.
दोनों ट्रेन से चार-चार स्लीपर बोगी हुए कम
पीआरओ अशोक कुमार ने बताया कि गाड़ी संख्या-14005/ 14006 लिच्छवी एक्सप्रेस और गाड़ी संख्या-14674/14673 शहीद एक्सप्रेस ट्रेन में स्लीपर बोगियों को कम कर दिया गया है. जबकि, वातानुकूलित श्रेणी की बोगी को बढ़ा दिया गया है. उन्होंने बताया कि लिच्छवी एक्सप्रेस में पहले 6 स्लीपर बोगी थे. अब दो ही स्लीपर बोगी है. जबकि पहले वातानुकूलित श्रेणी के छह बोगी थे, जिसे अब 10 कर दिया गया है.
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इसमें अब फर्स्ट क्लास एसी की भी बोगी लगाई गई है. इसी तरह शहीद एक्सप्रेस में भी पहले 6 स्लीपर बोगी थी, जिसे अब सिर्फ दो कर दिया गया है. जबकि वातानुकूलित श्रेणी के 10 बोगी लगाए गए हैं. इसमें इसके अलावा फर्स्ट क्लास के एक और सेकंड क्लास के चार बोगी भी हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 7, 2024, 10:51 IST