नकुल कुमार/पूर्वी चम्पारण. पूर्वी चंपारण के पीपरा कोठी प्रखंड अंतर्गत सूर्यपुर पंचायत के पडौलिया गांव के रहने वाले रिटायर्ड फौजी राजेश कुमार ने आधा एकड़ में बोड़ी की खेती की है. अभी बोड़ी का फलन शुरू हो गया है. इस खेत से प्रतिदिन ढाई से तीन क्विंटल बोड़ी बेचकर वे अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. किसान राजेश कुमार कहते हैं कि उन्होंने आधा एकड़ में बोड़ी की खेती की है. इसके लिए उन्होंने जून में विजेता कंपनी के हाइब्रिड बोड़ी बीज लगाया था. अब अगस्त के प्रथम सप्ताह से ही उत्पादन शुरू हो गया.
फौज से आकर किसानी कर रहे राजेश ने बताया कि आज के टेक्नोलॉजी के दौर में एग्रीकल्चर में नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना चाहिए. सिर्फ धान-गेहूं के उत्पादन से किसानों की आर्थिक स्थिति में बदलाव नहीं आएगा. राजेश ने बताया कि आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की जानकारी के लिए वे कृषि विज्ञान केंद्र पीपरा कोठी के सम्पर्क में हमेशा रहते हैं. इस कारण से बोड़ी का इतना अच्छा फलन हो रहा है. जब भी जरूरत महसूस होती है, प्रखंड उद्यान पदाधिकारी रणधीर भारद्वाज और कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक से सलाह ले लेते हैं.
बारिश में पौधे की करनी होती है विशेष देखभाल
रिटायर्ड फौजी राजेश बताते हैं कि उन्होंने जून के महीने में बोड़ी का बीज लगाया था. जिसमें अगस्त के प्रथम सप्ताह से उत्पादन होने लगा है. आज उत्पादन की स्थिति यह है कि प्रतिदिन ढाई से तीन क्विंटल बोड़ी बेच ले रहे हैं. वे बताते हैं किफसल को बचाने के लिए बारिश के समय कुछ विशेष तरह की दवाइयों का छिड़काव करना पड़ता है, अन्यथा पौधे में सड़न और गलन की समस्या शुरू हो जाती है. इतना ही नहीं बारिश में कीट पतंगों की संख्या बढ़ जाती है. इसलिए इस दौरान कीटनाशक का भी इस्तेमाल किया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : September 06, 2023, 12:39 IST