सियासी हवा से नहीं बदलता यहां के मतदाताओं का मूड, नाम-काम देखकर पड़ता है वोट

ग्वालियर. मध्य प्रदेश की ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट से 2018 के चुनाव में भाजपा पार्टी के सतीश सिकरवार चुनाव के मैदान में उतरे थे. वहीं कांग्रेस से मुन्नालाल गोयल उम्मीदवार थे. मुकाबला जोरदार हुआ जिसमें मुन्नालाल गोयल चुनाव जीत गए. कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल को 90,133 वोट मिले, वहीं भाजपा के सतीश सिकरवार को 72,314 वोट मिले थे. इस तरह भाजपा उम्मीदवार सतीश सिकरवार की करारी हार का गवाह बना था 2018 का विधानसभा चुनाव.

लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा ज्वाइन की. उनके साथ-साथ कई समर्थक विधायक भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में आए, जिनमें ग्वालियर पूर्व क्षेत्र के विधायक मुन्नालाल गोयल भी शामिल थे. गोयल के इस्तीफा देने पर इस सीट पर 2020 में उप चुनाव हुआ. मुन्नालाल गोयल भाजपा से उम्मीदवार थे. उधर 2018 में बतौर डॉ. सतीश सिकरवार भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ गए थे. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें उपचुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया.

भले ही ग्वालियर पूर्व से विधायक रहे मुन्नालाल गोयल ने अपनी पार्टी बदल ली, मतदाताओं ने पार्टी नहीं बदली. भाजपा के मुन्नालाल गोयल उपचुनाव में कांग्रेस के डॉ. सतीश सिकरवार से हार गए. डॉ. सतीश सिकरवार को उपचुनाव में 75,342 मत मिले जो कुल मतदान का 49.69% था. भाजपा प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल को 66,787 मतों से संतोष करना पड़ा.

Tags: Assembly election, Madhya Pradesh Assembly Elections 2023, Mp news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *