सिखों का अल्टीमेटम खत्म, गुरुद्वारे के सामने प्रदर्शन: पहली बार बोले पिता- मेरे बेटे की आंख फोड़ दी, अब वो हर रोज मरेगा; सिख बोले क्या ये 1984 का माहौल है

कानपुर31 मिनट पहले

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पहली बार दवा कारोबारी के पिता सामने आए और अपना दर्द बयां किया। - Dainik Bhaskar

पहली बार दवा कारोबारी के पिता सामने आए और अपना दर्द बयां किया।

दवा कारोबारी अमोल दीप सिंह की आंख फोड़ने के मामले आरोपियों की गिरफ्तारी 5 दिन बाद भी नहीं हो सकी है। इस पूरे मामले में पहली अमोलदीप के पिता कमलजीत सिंह सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि किसी को एक बार मार दो तो वो मर जाता है। लेकिन मेरे बेटे की आंख फोड़ दी, उसे दिखना बंद हो गया है। अब वो हर रोज मरेगा। वहीं उन्होंने पुलिस कार्रवाई को लेकर पुलिस कमिश्नर का धन्यवाद किया।

पूरा समाज मेरे साथ खड़ा है, इसकी खुशी
पिता कमलजीत सिंह ने आगे कहा कि मेरे बेटे के साथ जो हुआ, वो किसी के साथ न हो। लेकिन मुझे इस बात की खुशी है कि समाज के लोग मेरे साथ आए। हिंदु, मुस्लिम सभी भाई मेरे साथ खड़े हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी मेरा साथ दिया, उसके लिए भी धन्यवाद दूंगा।

बता दें कि सिख समाज ने गिरफ्तारी को लेकर 28 सितंबर तक का वक्त दिया था। वो मियाद पूरी होने के बाद न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले सिख समाज ने गुमटी गुरुद्वारे के बाहर प्रदर्शन शुरू किया। वहीं हैलट अस्पताल के सामने दवा कारोबारियों ने भी प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की।

गुमटी गुरुद्वारे के बाहर न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले सिख समाज हुआ एकजुट।

गुमटी गुरुद्वारे के बाहर न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले सिख समाज हुआ एकजुट।

बोले क्या ये 1984 का माहौल है
प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आए एडवोकेट मोंटी सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि क्या ये 1984 का माहौल है। जहां सिखों को सड़क पर चलने की आजादी नहीं है। ऐसा दोबारा न हो इसके लिए हमें कड़ा संघर्ष करना होगा। ये लंबी लड़ाई और इसे दूर तक लड़ने के लिए ताकत और हिम्मत दोनों जुटानी होगी।

आत्मरक्षा के गुरु बच्चों को सिखाओ
इंदरजीत सिंह खालासा ने कहा कि सिखों का ध्यान लंगर खिलाने, बड़े-बड़े गुरुद्वारे बनाने, बड़ा बंगला और कार खरीदने में रह गया है। लेकिन आत्मरक्षा के गुर सीखने पर किसी का ध्यान नहीं है। सिखों की आत्मरक्षा के लिए गतका और पूरी टास्कफोर्स बनाई गई, लेकिन अब ये सिर्फ जुलूसों में करतब दिखाने मात्र के लिए रह गई है।

प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद।

प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद।

महाना से दूरी, पचौरी का धन्यवाद
प्रदर्शन के दौरान सिखों की महाना गुट से नाराजगी साफ देखी गई। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह छाबड़ा ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि भाजपा में कुछ लोग आरोपी पार्षद के साथ खड़े हैं क्योंकि वो उनके गुट का है। सांसद सत्यदेव पचौरी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में वो हमारे साथ खड़े हुए हैं। मुझे कई लोगों ने फोन किया कि सिख और हिंदु के बीच फूट न डालो, ये मामला इंसानियत के ऊपर हैवानियत के हावी होने का है।

न्याय को लेकर गुरुद्वारे के बाहर पोस्टर लगाते हुए लोग।

न्याय को लेकर गुरुद्वारे के बाहर पोस्टर लगाते हुए लोग।

अल्पसंख्यक आयोग ने लिया संज्ञान
अजीत सिंह छाबड़ा ने कहा कि 1980 में जब भाजपा बनी थी, तब से पार्टी के साथ जुड़ा हुआ हूं। भाजपा का इससे कोई मतलब नहीं है। जिस भाजपा पार्षद ने ये घृणित काम किया है। उसे जेल में जाना होगा। ये इंसानियत की लड़ाई है। मामले में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह ने भी इसका संज्ञान लिया है।

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