नीरज कुमार/बेगूसराय. कहते हैं कैंसर का जहर इतना घातक होता है कि वह इंसान को जीते जी मौत का एहसास करवा देता है. अब यह एहसास बेगूसराय के लोगों को भी होने लगा है. सदर अस्पताल के कैंसर टीम जिले के सभी प्रखंडों में जाकर कैंसर मरीजों की तलाश कर रही है. वहीं अगस्त महीने का डाटा बेगूसराय में खतरे की घंटी बजा दी है. यहां पुरुष और महिलाएं सहित बच्चे भी कैंसर की चपेट में आ रहे हैं. लेकिन बड़ी बात ये है कि कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या के पीछे सिर्फ तंबाकू ही जिम्मेदार नहीं है. रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि कम उम्र की शादी भी इसका कारण बनकर सामने आया है.
बेगूसराय जिले के विभिन्न प्रखंडों में जाकर डॉ. पल्लवी सिंह और डॉ. शिवानी की टीम कैंसर मरीजों की तलाश करते हुए वजह भी तलाश रही हैं. ऐसे में जिले में सामने आए आंकड़े को लेकर जानकारी साझा करते हुए बताया कि जिले में पुरुष व महिलाएं सहित बच्चे भी कैंसर की चपेट में आ रहे हैं. लेकिन बड़ी बात ये है कि कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या के पीछे सिर्फ नशा ही जिम्मेदार नहीं है. रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि लड़कियों की कम उम्र में शादी होना, कम उम्र में बच्चे का होना भी बड़ा कारण है. सर्वाधिक महिलाएं स्तन कैंसर का शिकार हो रही है.
कैंसर के संदिग्ध मरीज
कैंसर को रोकने के लिए ठोस पहल की जरुरत है. जुलाई और अगस्त महीने में 176 कैंसर के संदिग्ध मरीज मिले हैं. अब जिला प्रशासन के कार्य योजना पर यह रिपोर्ट सवाल तो खड़ा कर ही रहा है. अब देखना यह होगा कि प्रशासन की ओर से इसके रोकथाम को लेकर क्या कुछ प्रयास किए जाएंगे.
आंकड़ों के हिसाब से समझिए कैंसर का गणित
सितंबर के पहले सप्ताह में सदर अस्पताल की ओर से अगस्त महीने का जो कैंसर स्कैनिंग की रिपोर्ट जारी की गई, उस रिपोर्ट में के अनुसार 2304 लोगों की जांच हुई. जिसमें 112 कैंसर के संदिग्ध मरीज मिले. जबकि जुलाई महीने की रिपोर्ट में 1545 लोगों की स्क्रीनिंग हुई, जिसमें 64 कैंसर जैसे घातक बीमारियों के मरीज़ सामने आए. इस रिपोर्ट से यह तो खुलासा हो गया कि जिले में हर महीने कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं डॉ. शिवानी और डॉ. पल्लवी के मुताबिक जिले में सबसे ज्यादा कैंसर के मरीज साहेबपुर कमाल प्रखंड से सामने आया हैं. इस प्रखंड की आबादी में एक बड़ा हिस्सा अप्लसंख्यक समुदाय है.
.
FIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 12:57 IST