अभिलाष मिश्रा/ इंदौर. हम अच्छी सेहत के लिए दूध, दही और पनीर का उपयोग करते है. लेकिन क्या आपको पता है कि उसमें मिलने वाले प्रोटीन बाइंडर हमारी सेहत के लिए कितना हानिकारक है. इस प्रोटीन बाइंडरके हमारे शरीर में कितने हानिकारक दुष्प्रभाव है?. यही कारण है की हाल ही में एफएसएसएआई ने दुग्ध उत्पाद में इसके प्रयोग को सेहत के लिए काफी हानिकारक माना है.
डॉ. मनीष सिंह ने कहा कि प्रोटीन बाइंडर दूध, दही और पनीर जैसे प्रोडक्ट के न्यूट्रिशनल वैल्यू को प्रभावित करता है. इसका लगातार सेवन करने से पेट संबंधित तमाम प्रकार की दिक्कतें हो सकती है. यहां तक की नियमित रूप से इसका सेवन करने से पेट का कैंसर और आमाशय का कैंसर की बीमारी भी हो सकती है.
पेट के कैंसर के लिए जिम्मेदार हो सकता है प्रोटीन बाइंडर
उन्होंने आगे कहा कि जो भी कंपनियां दुग्ध उत्पादों में गाढ़ापन और गुणवत्ता दिखाने के लिए प्रोटीन बाइन्डर मिला रही हैं वह सीधे तौर पर जानबूझकर लोगों की सेहत के साथ भारी खिलवाड़ कर रही हैं. उन्होंने बताया कि वैसे तो यह सभी के लिए नुकसानदेह है. लेकिन अगर गर्भवती माताएं और बच्चे इसका सेवन करते हैं तो ये उनके लिए काफी हानिकारक साबित होता है. इसका असर एक दिन में दिखना तो शुरू नहीं होता. पर यह धीरे-धीरे पेट को कमजोर कर पाचन शक्ति को छिड़ कर देता है.
एफएसएसएआई ने भी माना सेहत के लिए हानिकारक
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने साफ किया कि दूध और दुग्ध उत्पादों में प्रोटीन बाइंडर या किसी अन्य मिश्रण को मिलाने की अनुमति नहीं है. FSSAI ने दूध (डेयरी) कंपनियों से साफ कर दिया कि दूध में प्रोटीन बाइंडर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. एफएसएसएआई ने कहा कि प्रोटीन बाइंडर से दूध के पोषण पर बुरा असर पड़ता है.प्रोटीन बाइंडर भी एक तरह का प्रोटीन होता है जो दूध के मॉल्येकुल को जोड़ने का काम करता है. इससे दूध और उसके प्रोडक्ट में गाढ़ापन आता है. एफएसएसएआई ने कहा है कि आजकल बाइंडर का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है, खास कर सॉलिड और सेमी सॉलिड फूड में.दरअसल कंपनियां अपने डेयरी प्रोडक्ट जैसे कि दही, दूध और पनीर को गाढ़ा बनाने के लिए प्रोटीन बाइंडर का प्रयोग कर रही हैं. इससे डेयरी प्रोडक्ट के पोषण पर असर देखा जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : October 13, 2023, 09:08 IST