सावधान! त्योहारों पर कहीं आप भी न हो जाएं मिलावटी मिठाई का शिकार, इन 5 तरीकों से करें पहचान

हिना आज़मी/देहरादून. त्योहारों का सीजन चल रहा हैं और त्योहारों की असली खुशी अपनों को मिठाई खिलाकर ही होती हैं लेकिन ये मिठाइयां अगर मिलावटी होती हैं . मिलावटी मिठाइयां सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं क्योंकि आप जिन मिठाइयों को दूध, मावे और ड्राई फ्रूट्स से बना सोचते हैं, उसमें मिलावट खोर आरारोट, टेलकम पाउडर और एस्बेस्टस पाउडर आदि चीजें डालकर मिठाइयां तैयार करते हैं. यह मिलावटी मिठाइयां लोगों की सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है, इसलिए आप इनकी पहचान करना जरूरी है. फेस्टिव सीजन को देखते हुए खाद्य संरक्षण विभाग भी अब अलर्ट हो गया है. देहरादून के एंट्री पॉइंट और सप्लाई पॉइंट पर विभाग की ओर से निगरानी रखी जा रही है ताकि लोगों को उच्च गुणवत्ता की मिठाइयां मिल सके.

खाद्य संरक्षण विभाग अधिकारी पीसी जोशी ने जानकारी देते हुए कहा कि फेस्टिव सीजन के मद्देनजर खाद्य संरक्षण विभाग मिलावट करने वालों पर नजर बनाए हुए हैं. आने वाले त्योहारों को देखते हुए देहरादून के एंट्री पॉइंट और सप्लाई पॉइंट पर मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि उच्च गुणवत्ता को परख कर खाद्य पदार्थों को आगे सप्लाई किया जा सके. किसी भी खाद्य पदार्थों जैसे मिठाइयां, मावा, दूध, दही और पनीर आदि में मिलावट पाए जाने पर खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि मिलावट करने वाले लोग मिठाइयों में सीधे मिलावट नहीं करते हैं बल्कि उन चीजों में मिलावट करते हैं, जिससे मिठाई तैयार होती हैं, जैसे- दूध, शहद, दालें, मेवे, चीनी वगैरह में मिलावट की जाती है.

मिठाइयों में होती है इन चीजों की मिलावट
1- मिठाई बनाने वाले दूध में पानी/यूरिया/रंग/वॉशिंग पाउडर आदि मिलाया जाता है.

2- इसके घी में चर्बी मिलाई जाती है.

3- कई लोग मिठाइयों के मेवे में आरारोट, चीनी आदि मिलाते हैं.

4- बेसन आदि के लड्डू यानी जिन दालों से मिठाइयां बनती हैं, उनमें टेलकम पाउडर और एस्बेस्टस पाउडर मिलाया जाता है.

इन तरीकों से करें मिलावटी मिठाइयों की पहचान?
1- मिठाइयों में रंग लाने के लिए मेटानिल येलो और टारट्राजाइन मिलाया जाता है, जो किडनी के लिए बेहद खतरनाक होता है. अगर यह चीज मिठाई में मिली होती है, तो मिठाई का रंग हाथ में लेते ही लग जाता है.

2- अगर आप खोया खरीदते हैं और वह दानेदार होता है, तो वह मिलावटी हो सकता है.

3- आयोडीन की दो बूंद डालने पर अगर मेवे का रंग काला पड़ जाता है तो वह मिलावटी है.

4- मिठाइयों पर जो वर्क इस्तेमाल होता है, उसे जलाकर भी मिलावट की पहचान की जा सकती है.

5- केसर की मिठाइयों की पहचान आप ऐसे कर सकते हैं कि नकली केसर पानी डालने पर तुरंत रंग छोड़ देता है जबकि असली केसर कई घंटे तक भी रंग नहीं छोड़ता है. केसर के बेशकीमती होने के चलते केसर मिठाइयों में मिलावट की जा सकती है.

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