साइको किलर नर्स… 7 बच्चों को मारा, Murder का तरीका रूह कंपाने वाला

एक महिला अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, परिवार और मरीजों के तीमारदारों के सामने अच्छी और दयालु नर्स होने का दिखावा करती रही, लेकिन असल जिंदगी में उसने जो किया, जानने के बाद आप सिहर उठेंगे। उसने जून 2015 से जून 2016 के एक साल के सफर के बीच ही 7 बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी। 6 और बच्चों की जान लेने का प्रयास किया।

हम बात कर रहे हैं, ब्रिटेन की 33 वर्षीय साइको किलर नर्स लुसी लेटबी का, जिसे 10 महीने की सुनवाई के बाद जज ने जिंदगीभर के लिए जेल में रहने का फरमान सुनाया है। इस किलर का बच्चों को मारने का तरीका भी हैरान करने वाला है।वह बच्चों को इंसुलिन का इंजेक्शन देकर या अधिक दूध पिलाकर नुकसान पहुंचाती थी।

5 साल पहले महिला की करतूतों का खुलासा हुआ था, जब उसके बच्चों को शयनकक्ष से बाहर निकाला गया था। महिला को किस जेल में रखा गया है। इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन वह अब तक 4 जेलों में रह चुकी है। वह अभी तक HMP ब्रॉन्जफील्ड, डरहम में MHP लो न्यूटन जेल में सजा काट चुकी है।

यह भी पढ़ें: अमेरिका पहुंचते ही महाभियोग में घिरे Joe Biden, ड्रग केस में दोषी ठहराया गया राष्ट्रपति का बेटा हंटर

– विज्ञापन –

जानिए ब्रिटेन की क्रूर महिलाओं के बारे में…

माना जा रहा है कि अब लेटबी को ताउम्र सरे की HMP ब्रॉन्जफील्ड जेल में रखा जा सकता है, जो यूरोप की सबसे बड़ी महिला जेल मानी जाती है। फिलहाल इस जेल में हत्या के मामले में शाउना होरे नाम की महिला सजा काट रही है, जिसने 2015 में बेकी वॉट्स नामक शख्स को मौत के घाट उतार दिया था।

इसी जेल में अलकायदा कट्टरपंथी रोशोनारा चौधरी भी बंद है। रोशोनारा ने ही 2010 में लेबर सांसद स्टीफन टिम्स को चाकू से वार करके मौत के घाट उतार दिया था। वहीं लो न्यूटन जेल, जिसको काफी हाई सिक्योरिटीफुल माना जाता है, में किलर जोआना डेनेही, रोज वेस्ट, बर्नाडेट मैकनेली को भी रखा गया है।

यह भी पढ़ें: बढ़ती उम्र को कर लिया काबू! 39 की उम्र में दिखते हैं 26 के, जानें शख्स ने कैसे 13 साल कम की ‘बायोलॉजिकल ऐज’

ड्रग्स के लिए अफसरों से संबंध बना रहीं महिला कैदी

वहीं ब्रॉन्जफील्ड जेल में सजा काट चुकीं सोफी कैंपेल की ओर से जेल को लेकर काफी रोचक खुलासा किया गया है। उनका कहना है कि जेल का समय उनके लिए काफी परेशान करने वाला रहा है। उनको ब्रेकफास्ट एट ब्रॉन्जफील्ड नाम की किताब लिखने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

महिला की ओर से दावा किया गया है कि यहां पर तैनात एक अधिकारी ने जेल में रिश्वतखोरी और हिंसा को बढ़ावा देने का काम किया। महिला की ओर से 2020 में खुलासा किया गया था कि यहां पर समलैंगिक रिश्ते, ड्रग्स और अच्छे खाने की चाहत में कुछ महिलाएं अफसरों के साथ शारीरिक संबंध बना रही थीं। इस सबकी खिल्ली भी उड़ाई जाती थी, जो उनके लिए किसी झटके से कम नहीं था।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *