सर्दी में प्रकृति का वरदान है काकड़ सिंगी की छाल, 8000 फुट ऊंचे हिमालय पर मिलता है पौधा, फर्टिलिटी सहित 5 बीमारियों में रामबाण

Kakarsingi Benefits: काकड़ सिंगी ऐसा पौधा है जो सर्दी में प्रकृति का वरदान है. काकड़ सिंगी सर्दी में कई बीमारियों के लिए रामबाण है. काकड़ सिंगी को कई नामों से जाना जाता है. इसे काकड़ श्रृंगी, कक्कड़ सिंगी, काकदाशिंगी, काकरा, कक्कटासिमगी, काकड़ा, काकराशिंगी, कंडाश्रृंगी, मस्तगी देसी जैसे नामों से जाना जाता है. कक्कड़ सिंगी सर्दी-खांसी, बुखार, सांस संबंधी समस्या,हिचकी, अरुचि, उल्टी, अतिसार, रक्तपित्त, बालरोग, रक्तदोष, कृमि जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है. काकड़ सिंगी पर हुई रिसर्च में इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. काकड़ सिंगी में राइबोफ्लोबिन, एस्कॉर्बिक एसिड, कैरोटेन, निकोटिन एसिड, ग्लूटामाइन, ल्यूटियोलिन, पीपेकोलिक, मोमोरडिन जैसे कंपाउड पाए जाते हैं. इसके साथ ही कक्कड़ सिंगी पुरुषों में फर्टिलिटी को भी बूस्ट करता है.

करकाट श्रृंगी के फायदे

1. सर्दी-जुकाम में-करकाट श्रंगी सर्दी के मौसम में सर्दी जुकाम के लिए रामबाण है. काकड़ सिंगी की जड़ को चूर्ण बनाकर इसका सेवन किया जाता है. काकड़ सिंगी का सेवन सर्दी-जुकाम में दवा की तरह काम करता है. जिन लोगों को सर्दी-जुकाम नहीं है, वह भी चाय के साथ इसका सीमित सेवन कर सकते हैं.

2. सांस से संबंधित दिक्कतों में-सांस से संबंधित दिक्कतों में काकड़ सिंगी का जवाब नहीं. यह श्वास नली में म्यूकस को पतला कर देती जिससे एयर के पास होने में कोई दिक्कत नहीं होती है. काकड़ सिंगी गले में एयर फ्लो को स्मूथ करती है जिससे सांस संबंधी कई तरह की दिक्कतों का अंत हो सकती है.

3. इम्यूनिटी बूस्ट-सर्दी में इम्यूनिटी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण ही कई तरह के इंफेक्शन लग जाते हैं. काकड़ सिंगी तेजी से इम्यूनिटी को बूस्ट करती है. यह शरीर के लिए ऑवरऑल इम्यूनिटी बूस्टर है. इस कारण वायरल इंफेक्शन का खतरा बहुत कम हो जाता है. साइन और एलर्जी की दिक्कतें भी कम हो जाती है.

4. स्पर्म काउंट बढ़ाने में मददगार-साइंस डायरेक्ट में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक काकड़ सिंगी की छाल में बायोएक्टिव एंटीऑक्सीडेंट्स होता है जो स्पर्म की संख्या को बढ़ाने में मदद करता है. इसके साथ ही यह पुरुषों में टेस्टेस्टोरॉन हार्मोन को बढ़ाता है जिससे फर्टिलिटी में वृद्धि होती है.

5. स्किन इंफेक्शन में-करकाटश्रृंगी के पत्ते से स्किन संबंधी दिक्कतों से छुटकारा पाया जा सकता है. इसकी पत्तियों का लोशन तैयार कर बनाने में स्किन में इंफेक्शन होने का खतरा नहीं होता है. यह हार्मफुल बैक्टीरिया से स्किन को बचाती है.

Tags: Health, Health tips, Lifestyle, Winter

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