सर्दियों में महिलाएं वजाइनल हेल्थ का इस तरह से रखें ध्यान, आज ही मीठा खाना बंद कर दें

सर्दियों में कई बार स्वास्थ्य समास्याओं का खतरा अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में वजाइनल हेल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा अधिक हो जाता है। सर्दियों में नेचुरल रुप से स्किन में ड्राइनेस बढ़ जाती है जिस वजह से वजाइना में ड्राइनेस हो जाती है। अगर वजाइना में ड्राइनेस रहती है तो इससे खुजली और जलन का समास्या पैदा हो जाती है। इस मौसम में वजाइनल हेल्थ का विशेष तौर पर ध्यान रखें। वरना  वजाइनल इंफेक्शन  होने का खतरा बना रहता है। आइए हम आपको इस आर्टिकल के जरिए वजाइनल इंफेक्शन के कारण, लक्षण और उपाय बताते है।

वूलन कपड़ो से होता है वजाइनल इंफेक्शन

सर्दियों में जब तापमान में गिरावट होती है तो त्वचा में सूखापन आ जाता है। शरीर के अन्य अंगो की तरह वजाइना भी ड्राई होने लगती है।जब हम सर्दियों में गर्म वूलन कपड़े पहनते है तो हम ठंड से तो बच जाते हैं लेकिन पसीने की ग्रंथियां पसीना बनाती रहती है। इतने सारे कपड़े पहनने की वजह से प्राइवेट पार्ट को हवा नहीं लगती। त्वचा का ड्राई होना, पसीना, ऊनी कपडों की लेयर, और हवा की कमी, इन सब कारण की वजह से बैक्टीरिया के पनपने माहौल तैयार करते हैं। इससे वजाइनल इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है।

पानी की कमी से होती है 

विंटर में लोग पानी बहुत ही कम पीते हैं जिसके चलते स्किन में ड्राइनेस रहती है। वजाइनल हाइजीन के लिए रोजाना सही मात्रा में पानी जरुर पिएं। पानी की कमी से डिहाइड्रेशन की संभावना काफी बढ़ जाती है। विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए  और वजाइनल को स्वस्थ रखने के लिए खूब पानी पिएं।

 

हाइजीन मेंटेन करें

चाहे कोई सा भी मौसम हो, लेकिन वजाइनल हाइजीन इंग्नोर न करें इससे आपको वजाइनल का खतरा बना रहता है। इसलिए सर्दियों में वजाइनल हाइजीन को नजरअंदाज न करें।  नहाने के समय वजाइना को गुनगुने पानी से धोएं। इससे आपको वजाइनल दुर्गंध से राहत मिलेगी और आप काफी रिलैक्स फील करेंगे।

 

कॉटन अंडरवेयर पहनें

इस मौसम में हम सभी गर्म और टाइट कपड़े पहनते हैं। कई महिलाएं टाइट पैंट्स और अंडरवेयर  पहनती हैं. जिससे शरीर में गरमाहट बनी रहे। इसलिए आपको कॉटन की अंडरवेयर पहनने में ज्यादा आरामदायक रहेगा। वहीं टाइट अंडरवेयर पहनने से आपको वजाइना में खुजली हो सकती है। अपने कंफर्ट के मुताबिक अंडरवेयर पहनें।

वजाइनल इंफेक्शन के लक्षण

प्राइवेट पार्ट में खुजली, जलन, रैशेज, बार-बार पेशाब आना, वजाइनल डिस्चार्ज से बदबू आना सभी ये वजाइनल इंफेक्शन के लक्षण हो सकते हैं। इन लक्षण के दिखने के बाद आप उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते है।

डायबेटिक रोगी हो जाएं सावधान

अगर आपको डायबिटीज की समास्या है उन सभी लोगों को सर्दियों में वजाइनल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है। सर्दियों में मीठा खाने से बचें, अगर ब्लड में शुगर की मात्रा ज्यादा होने से वजाइनल इंफेक्शन हो सकता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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