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सरकार भारत को अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने वाले मेहनतकश किसानों की मांगों को गंभीरता से ले तथा उन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके उनका समय से समुचित समाधान करे, ताकि अन्नदाता किसानों को अपनी मांगों के समर्थन में बार-बार आंदोलन के लिए मजबूर न होना पड़े।’’
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को कहा कि सरकार को किसानों की मांगों को गंभीरता से लेना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय केंद्र को उनसे बातचीत करनी चाहिए।
मायावती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘सरकार भारत को अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने वाले मेहनतकश किसानों की मांगों को गंभीरता से ले तथा उन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके उनका समय से समुचित समाधान करे, ताकि अन्नदाता किसानों को अपनी मांगों के समर्थन में बार-बार आंदोलन के लिए मजबूर न होना पड़े।’’
उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन में शामिल किसानों पर सख्ती करने के बजाय उनसे वार्ता करके प्रदर्शन को समाप्त कराने का प्रयास करती है तो यह बेहतर होगा।
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