गुलशन कश्यप/जमुई: बिहार के जमुई जिला में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश अपने पूरे शबाब पर है. जमुई में अच्छी खासी बारिश हुई है और पूरा जिला इस झमाझम बारिश में भींग गया है. बारिश के बाद जमुई जिला का एक विद्यालय झील में तब्दील हो गया तथा इसके कमरों में घुटनों तक पानी भर गया है. अब इस विद्यालय में बच्चे कैसे पढ़े, यह भी एक बड़ी समस्या बन गई है. इतना ही नहीं विद्यालय के चारों तरफ काफी गहरा पानी है, जिसमें सांप और कई जलीय जीव भी विद्यालय में दिखने लगे हैं. जिससे बच्चों एवं शिक्षकों के बीच डर का भी माहौल है. यह विद्यालय जमुई जिला के खैरा प्रखंड मुख्यालय में स्थित है.
जमुई जिला के खैरा प्रखंड क्षेत्र के नवीन प्राथमिक विद्यालय खैरा में बारिश के बाद काफी भयावह स्थिति सामने आई है. विद्यालय में घुटनों तक पानी भर गया है तथा विद्यालय के चारों तरफ बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कमरों में पानी भरा है तथा उनमें कक्षा का संचालन नहीं किया जा सकता है. ऐसे में विद्यालय के शेष बचे कमरों में ही किसी तरह शिक्षकों के द्वारा बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. गौरतलब है कि इस विद्यालय में 195 बच्चे नामांकित हैं तथा रोजाना 165 से 70 बच्चों की उपस्थिति होती है. इस विद्यालय में तीन शिक्षिका तथा दो शिक्षक पदस्थापित है. विद्यालय के निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही के कारण विद्यालय पूरी तरह से जलमग्न हो गया है.
शिक्षिका ने कहा दिख जाता है सांप
विद्यालय की शिक्षिका मधु सिंह ने बताया कि पानी भरा होने के कारण शौचालय, पेयजल, बिजली आदि की समस्या उत्पन्न हो गई है. भरी गर्मी में बच्चों को पढ़ना पड़ रहा है. इसके अलावा पानी से कई मर्तबा सांप जैसे जानवर भी निकाल कर विद्यालय में चले आते हैं. जिससे बच्चों के बीच खतरे का माहौल उत्पन्न हो गया है. वहीं विद्यालय प्रधान रंजीत कुमार ने बताया कि जिस प्रकार से विद्यालय के चारों तरफ पानी भरा हुआ है, ऐसे में बच्चों के ऊपर भी काफी खतरा मंडराता रहता है. हालांकि विद्यालय के शिक्षक और कर्मियों के द्वारा बच्चों पर कड़ी निगरानी रखी जाती है, लेकिन इसके बावजूद जल जमाव से मच्छर पनपने अपने और मलेरिया, डेंगू का भी खतरा बना रहता है. उन्होंने बताया कि पूर्व में इसकी सूचना भी विभाग को दी गई तथा इसकी तस्वीर भी उन्हें फोन के माध्यम से भेजी गई, पर अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है तथा पिछले चार दिनों से विद्यालय में लगातार पानी भरा हुआ है और कक्षा का संचालन शेष बचे कमरों में कराया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : September 25, 2023, 16:43 IST