भास्कर ठाकुर/ सीतामढ़ी. बिहार के शुरगहिया के रहने वाले किसान राजेश राय इन दिनों खेती में कमास कर रहे है. बता दें राजेश एक बीघा में सब्जी की खेती कर रहे है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में चार कट्ठे में गोभी, चार कट्ठे में बैंगन लगाए हुए हैं. इसके अलावा अन्य सब्जियों की सालोभर करते हैं. जिसकी बिक्री हो चुकी है और लत को नष्ट कर सब्जियां की नई फसल लगाने की तैयारी चल रही है. उन्होंने बताया कि सब्जी की खेती में परंपरागत खेती से अधिक मुनाफा है. यदि सरकार की तरफ से मदद मिल जाता तो किसानों को और अधिक फायदा हो सकता है.
किसान राजेश राय ने बताया कि खेत में सब्जी का उत्पादन करने के बाद खुद से बाजार ले जाकर बिक्री करते हैं. इसी सब्जी की खेती से परिवार के पांच सदस्यों का भरण-पोषण होता है. राजेश ने बताया कि किसान एक से दो बीघे में सब्जी की खेती करते हैं तो उनके लिए बेहतर यही है कि बाजारों में जाकर खुदरे भाव में हीं सब्जी की बिक्री करें, जिससे उनको अधिक मुनाफा कमाने का अवसर मिलेगा. उन्होंने सब्जी के खेत को कीड़ों से बचाने के लिए एक जुगाड़ भी बताया. राजेश राय ने बताया कि सर्फ को नीम के पानी के साथ घोलकर छिड़काव करने पर फसलों में कीड़ा नहीं लगता है और फसल भी स्वस्थ रहता है.
रोजाना दो हजार की हो रही है कमाई
किसान राजेश राय बताया ने कि सब्जी की खेती बाजार पर निभर्र करता है. किसी दिन दो हजार तो किसी दिन पांच हजार की सब्जी की बिक्री हो जाती है. वहीं किसी दिन उससे कम भी बिकती है. राजेश ने बताया कि औसतन दो हजार की सब्जी की बिक्री रोजाना हो जाती है. वहीं हर माह लगभग 60 से 65 हजार की कमाई हो जा रही है.
उन्होंने बताया की सब्जी की खेती के लिए मिट्टी का हल्का होना बहुत जरुरी है. जिसके लिए खेतों में गोबर का इस्तेमाल करते हैं ताकि खेत में केंचुआ लग सके. केचुंआ जमीन के अंदर तक जाकर मिट्टी को भुरभुरा बनाता है. मिट्टी हल्का होने की वजह से पौधों को प्रयाप्त मात्र में पानी भी मिलता है.
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FIRST PUBLISHED : September 17, 2023, 14:00 IST