सनी देओल ने इस साल गदर 2 से बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की. उनकी यह फिल्म इस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक है. हालांकि गदर 2 की आईएमडीबी की रेटिंग 5.3 है. हालांकि पिछले साल आई सनी देओल की फिल्म चुप की आईएमडीबी रेटिंग गदर 2 से काफी बेहतर है, लेकिन चुप बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई थी. अब एंड पिक्चर्स अपने दर्शकों के लिए चुप : रिवेंज ऑफ द आर्टिस्ट का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर लेकर आ रहा है. यह एक ऐसी मनोवैज्ञानिक थ्रिलर है, जो इंसानी सोच के अंधेरे कोनों की पड़ताल करती है और फिल्म इंडस्ट्री की कमजोर तह तक जाती है. यह फिल्म सिनेमाई दुनिया की बेबाक हकीकत बयां करती है, जहां फिल्म समीक्षक अनजाने में अपने ही कड़े फैसलों के शिकार हो जाते हैं और एक दर्दनाक अंत का सामना करते हैं. जब पूरा शहर इस तरह की भयानक वारदातों से गुजर रहा होता है, तब इंस्पेक्टर जनरल अरविंद माथुर, जिनका रोल सनी देओल ने निभाया है, को इस सीरियल किलर को बेनकाब करने का मुश्किल काम सौंपा जाता है, जो इन निर्मम हत्याओं के लिए जिम्मेदार है. फिल्म ‘चुप’ दर्शकों को फिल्म समीक्षा का स्याह, भयानक और सनसनीखेज पहलू दिखाती है. इसमें सिलसिलेवार कत्ल की रोंगटे खड़े कर देने वाली ऐसी वारदातें होती हैं, जिसने हमारे शहर की नाक में दम कर दिया है. जहां एंड पिक्चर्स फुल ऑन थ्रिल के अपने वादे पर खरा उतर रहा है, वहीं यह चैनल 18 नवंबर को रात 9 बजे फिल्म चुप का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर लेकर आ रहा है.
अपने बढ़िया डायरेक्शन और शानदार एक्टिंग के लिए आलोचकों और प्रशंसकों द्वारा बेहद सराही गई चुप : रिवेंज ऑफ द आर्टिस्ट को आईएमडीबी पर 7.6 की रेटिंग मिली है. इस फिल्म के लिए निर्देशक आर. बाल्की ने दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड भी अपने नाम किया है. फिल्म में बेहतरीन कलाकार हैं और बेहद टैलेंटेड डैनी समेत कुछ संदिग्ध किरदार हैं, जिसका रोल दिलकश एक्टर दलकीर सलमान ने निभाया है. इस फिल्म के लिए दलकीर सलमान को भी दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड में बॉलीवुड का अपना पहला अवॉर्ड मिला. इसमें उन्होंने एक फूल वाले की भूमिका निभाई है, जो बड़ा उलझा हुआ किरदार है.
इस फिल्म में श्रेया धनवंतरी ने एक उभरती पत्रकार नीला का किरदार निभाया है, जिसके अपने गहरे राज़ हैं और पूजा भट्ट डॉ. ज़ेनोबिया के किरदार में नजर आई हैं. यह कहानी कुछ प्रमुख संदिग्धों पर केंद्रित है और किस तरह ये सभी किरदार बड़ी रहस्यमय परिस्थितियों में सामने आते हैं, जिनमें कोई भी शक के दायरे से बाहर नहीं होता.
फिल्म चुप के पीछे के मास्टरमाइंड डायरेक्टर आर. बाल्की ने इसके वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर को लेकर अपना उत्साह ज़ाहिर करते हुए कहा, ”मैं एंड पिक्चर्स पर चुप के वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर के साथ इस फिल्म को ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचाने के लिए बेहद उत्साहित हूं क्योंकि इस फिल्म ने मुझे दादा साहब फाल्के अवॉर्ड (बेस्ट डायरेक्टर) जैसा बड़ा सम्मान दिलाया है. हमने इस मनोवैज्ञानिक थ्रिलर को बनाने के लिए दिल से मेहनत की है, जो अपनी पेचीदा कहानी और रहस्यमय प्रस्तुतिकरण के साथ दर्शकों को चुनौती देती है और उनमें दिलचस्पी जगाती है. इस प्रीमियर के साथ चुप छोटे पर्दे पर एक नए स्तर की उत्सुकता जगाएगी और मुझे यह देखने का बेसब्री से इंतजार है कि कैसे एक बार फिर यह फिल्म दर्शकों को अपनी सीट से बांधे रखती है.”
श्रेया धनवंतरी ने कहा, ”चुप मेरे लिए बतौर एक्टर और एक रोमांचक कहानी की दर्शक के रूप में एक शानदार सफर रहा. इस किरदार और इसकी उलझी हुई बारीकियां अपनाने के लिए मैंने पूरी लगन से गहरी रिसर्च की. इस फिल्म के मनोवैज्ञानिक पक्ष ने मुझे बतौर एक्टर अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर लाया और मेरे किरदार में एक ऐसी गहराई जोड़ी, जो यकीनन दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगी. हालांकि जिस खूबी ने वाकई मुझे इस प्रोजेक्ट के प्रति आकर्षित किया वो थी इसकी अनोखी स्क्रिप्ट और एक टैलेंटेड टीम के साथ काम करने का मौका. चुप एक बेहद रोमांचक सफर है और मैं दर्शकों को एंड पिक्चर्स पर यह गहरा सिनेमाई अनुभव करते देखने के लिए उत्सुक हूं.”