आदित्य आनंद/गोड्डा. आपने सखुआ पत्ते से बने प्लेट में जरूर खाना खाया होगा, लेकिन क्या आपको पता है कि इसे तैयार कैसे किया जाता है? दरअसल, गोड्डा के सदर प्रखंड के हरीपुर गांव के दिलीप झा मशीन से सखुआ पत्ता का प्लेट बनाते हैं. वह रोजाना करीब 1000 पीस प्लेट का निर्माण कर गोड्डा में एक होलसेलर के पास सप्लाई करते हैं. जहां से मांग के हिसाब से प्रदेश में आपूर्ति की जाती है.
सखुआ पत्ते से प्लेट बनाने के लिए पहले मशीन को बिजली से गर्म करते हैं. इसके बाद सखुआ पत्ता को दो परत में 3 सिक्की से बुनते हैं, जिससे की पत्ते की परत मोटी हो जाती है. इसके बाद उसे मशीन में डाल कर पैर से उच्च ताप के साथ दबाया जाता है, जिससे यह थाली का रूप ले लेता है. इसी प्रकार दिन भर में वह 1000 बंडल पत्ता थाली तैयार करते हैं. इससे रोजाना 800 से 1000 रुपये तक की कमाई हो जाती है. बताया कि यह मशीन कोलकाता से 40 हजार रुपये में मंगाई गई है.
महिलाओं से खरीदते हैं पत्ता
दिलीप झा ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से सखुआ पत्ता से थाली बनाने का रोजगार शुरू किया है. इसके लिए जंगल से पत्ता चुनकर लाने वाली महिलाओं से पत्ता खरीदते हैं. फिर उसे प्लेट का रूप देते हैं. बताया कि वह अकेले ही काम कर रोजाना करीब 1000 प्लेट तैयार करते हैं. जिसे 2 तरह के बंडल में सप्लाई किया जाता है. छोटे बंडल में 25 पीस प्लेट होते हैं. इसकी कीमत 25 रुपये होती है, जबकि बड़े बंडल में 50 पीस प्लेट डाले जाते हैं, जिसकी कीमत 60 रुपये होती है. वह तैयार प्लेट को गोड्डा के कंझिया नदी के पास स्थित होलसेलर रितेश मिश्रा को सप्लाई करते हैं, जहां से राज्य भर में इसे खपाया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 9, 2023, 23:11 IST