सऊदी देखा, कश्मीर भी गए, घर में ही खुला किस्मत का दरवाजा, अब हर दिन कमाई 10 हजार

आलोक कुमार/ गोपालगंज: शाम ढलते हीं लोग तरह-तरह के फास्ट फूड खाने के लिए दुकान ढूंढने लग जाते हैं. ऐसे में अगर आप भी फास्ट फूड आइटम में बर्गर खाने के शौकीन हैं और दुकान ढूंढ रहे हैं तो परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. गोपालगंज जिला के थावे ओवर ब्रिज के नीचे राकेश रजक की दुकान है. यहां का बर्गर लोगों को खूब भा रहा है. बता दें कि राकेश के हाथ से बने बर्गर का स्वाद लाजबाब होता है. यही वजह है कि थावे मंदिर का दर्शन करने पहुंचने वाले लोग राकेश के पास आकर बर्गर जरूर खाते हैं. खास बात यह है कि शाम होते हीं पर ग्राहकों की भीड़ लग जाती है

राकेश ने बताया कि बर्गर की यह दुकान सुबह से लेकर देर शाम तक चलती है. उन्होंने बताया कि आमतौर पर बाजार में जो बर्गर बनाया जाता है, उसमें दिया जाने वाला सॉस जनरल मार्केट में भी उपलब्ध होता है. इसका टेस्ट ग्राहकों को पसंद नहीं आता है, क्योंकि सभी ग्राहकों को सॉस पसंद नहीं आता है. यही कारण है कि उस बर्गर को ग्राहक पसंद नहीं करते हैं. राकेश ने बताया कि अपनी दुकान पर जो बर्गर बनाते है सारा सामाग्री उच्च क्वालिटी का होता है.

अलग तरीके से तैयार करते है चटनी
यहां तक कि बर्गर में डलने वाली चटनी भी खुद हीं बनाते हैं. राकेश ने बताया कि बाजार से हटकर दो तरह का बर्गर लोगों को खिलाते हैं. जिसमें पाव से लेकर सभी सामाग्री ताजा रहता है. बर्गर में डलने वाला चटनी, सलाद, आलू टिक्की, अलगा-अलग मसाला सहित अन्य सामाग्री खुद तैयार करते हैं.

रोजना बिक जाते है 500 से अधिक बर्गर
राकेश रजक ने बताया कि इससे पहले साउदी अरब में भी रहकर काम कर चुके हैं. मकसद यही था कि खुद काहीं धंधा करना है. जिस कार्य के लिए साउदी अरब गया था वह काम वहां नहीं मिल पाया. किसर तरह दो साल बीताकर वापस अपने गांव आए गए. इसके बाद जम्मू कश्मीर चले गए और वहां काम करने लगे. कश्मीर में भी मन नहीं लगा तो वापस आकर थावे मंदिर के समीप अपना स्टॉल लगा लिया. अब लोगों को स्वादिष्ट बर्गर बनाकर खिला रहे हैं. सुबह से शाम तक में इस दुकान पर रोजाना 550 से अधिक बर्गर की बिक्री हो जाती है. यहां क्रीम बर्गर 20 रुपए और नार्मल बर्गर 15 रुपये में लोगों को खिलाते हैं. रोजाना चार हजार से अधिक की बिक्री हो जाती है.

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