संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले मास्टरमाइंड ने अपने साथी को भेजा था वीडियो, पुलिस ने किया फोन

नीलाक्ष आइच कोलकाता में एक एनजीओ चलाते हैं. उन्होंने कहा, “हां, एक व्यक्ति ने मुझे फोन किया. उसने कहा कि वह दिल्ली पुलिस से है, लेकिन इसके अलावा किसी ने मुझे फोन नहीं किया.”

नीलाक्ष ने कहा, “अगर सिक्योरिटी फोर्स मुझे कॉल करती है और इस मामले को सुलझाने में मेरी मदद की जरूरत है, तो मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं. अगर सरकार को मेरी मदद की जरूरत है, तो मैं तैयार हूं.”

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले की अभी तक की जांच में 6 आरोपी सामने आए हैं. दो युवक लोकसभा के अंदर गए थे और हंगामा किया, एक महिला और एक पुरुष ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया. ये चारों पुलिस की गिरफ्त में हैं. दो और लोग प्लानिंग में शामिल थे, इनमें से एक विक्की शर्मा ने सभी को अपने घर में ठहराया था. उसे पुलिस ने पत्नी समेत हिरासत में ले लिया है. जबकि घटना का मास्टरमाइंड ललित झा फरार बताया जा रहा है.

सभी आरोपियों की हुई पहचान

बाकी आरोपियों की पहचान मनोरंजन डी, सागर शर्मा, नीलम आजाम और अमोल शिंदे के तौर पर हुई. पुलिस की शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि सागर शर्मा UP के लखनऊ का रहने वाला है. डी मनोरंजन कर्नाटक के मैसुरु का निवासी है. दोनों लोकसभा के अंदर थे और उत्पात मचाते हुए पीला धुआं छोड़ा था. दोनों को बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस से विजिटर्स पास मिला था. संसद के बाहर पकड़ी गई नीलम आजाद हरियाणा के हिसार की है. चौथा आरोपी अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है. 

पढ़े लिखे हैं सभी आरोपी

चारों आरोपी पढ़े लिखे हैं. नीलम 42 साल की है और पेशे से टीचर है, साथ ही सिविल सेवा की पढ़ाई कर रही है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि ललित झा ने सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम और अमोल शिंदे और विक्की शर्मा को बुधवार सुबह गुरुग्राम बुलाया था. 

आरोपियों की कोर्ट में हुई पेशी

संसद में घुसपैठ करने वाले 4 आरोपियों को गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने चारों आरोपियों को 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है. पुलिस ने 15 दिन की रिमांड मांगी थी. उधर, सुरक्षा में चूक के चलते संसद सचिवालय ने गुरुवार को 8 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. इस घटना के बाद पार्लियामेंट के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई. गुरुवार को संसद के अंदर जाने वालों की जूते उतरवाकर चेकिंग की गई. अगले आदेश तक विजिटर्स गैलरी को बंद कर दिया गया है.

ऑनलाइन हुई थी मुलाकात

दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन सभी की एक-दूसरे से मुलाकात ऑनलाइन हुई थी. सभी ने मिलकर संसद में हंगामे की साजिश रची. पुलिस का कहना है कि अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि इन सभी को आतंकी समूह ने भड़काया है.

पुलिस सूत्रों का कहना है कि ललित झा की तलाश में दबिश दी जा रही हैं. पकड़े गए लोगों से केंद्रीय एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं.

 

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